प्रयागराज / लखनऊ : महाकुंभ में संगम स्नान करतीं-वस्त्र बदलती महिलाओं की तस्वीरें-वीडियो बेचने में दबोचे गए 3 साइबर अपराधी। महाकुंभ में गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती नदियों के संगम त्रिवेणी तीर्थ में पावन डुबकी लगातीं और स्नान-पूजन के बाद वस्त्र बदलतीं महिलाओं विशेषकर युवतियों एवं बालिकाओं की तस्वीर – वीडियो को इंटरनेट पर ऑनलाइन बेचने का गंदा धंधा कर रहे 3 साइबर अपराधियों को पुलिस धर दबोचा है।
Highlights
मामले का खुलासा होने और FIR होने के बाद से ही लगातार अपने ID बदलकर काम में जुटे हुए लेकिन जांच में जुटी पुलिस इनके गिरेबां तक पहुंचने पर सफल रही। इन तीनों में मास्टमाइंड महाराष्ट्र के लातूर का है जबकि किंगपिन महाकुंभ वाले तीर्थस्थल प्रयागराज का ही निवासी मिला है।
तीसरे आरोपी का अभी पुलिस ने खुलासा नहीं किया है। उससे गहन पूछताछ जारी है और कई अहम आपत्तिजनक दस्तावेजों की बरामदगी का काम जारी है।
सोशल मीडिया पर आरोपियों के हैं कई ग्रुप
गंदा साइबर धंधा कर रहे तीनों युवा आरोपियों की पुलिस ने कुंडली खंगालनी शुरू कर दी है। इस संगीन मामले की भनक मिलते ही एक्शन में आई पुलिस ने आरोपियों का टोह लगाना शुरू किया तो एक साथ कई राज्यों से संचालित और सोशल मीडिया पर अपलोड होने वाले फोटो-वीडियो के तह तक जाने पर आखिरकार महाकुंभ मसले से जुड़े 3 सीधे साइबर अपराधियों का सुराग मिला।
इनमें दो को मय दस्तावेजों के धर दबोचा गया है। पता चला है कि सोशल मीडिया में इनके कई ग्रुप संचालित हैं। करीब 2000 से अधिक वीडियो अकेले महाराष्ट्र से गिरफ्तार हुए आरोपी के पास से मिले हैं।
यह महाकुंभ में पवित्र संगम में स्नान करते हुए महिलाओं और लड़कियों की फोटो-वीडियो को डार्क वेब पर धड़ल्ले से किफायती मूल्य पर बेच रहा है। इस गिरफ्तार आरोपी का नाम प्रज्वल अशोक तेली है। यह महाराष्ट्र के लातूर जिले का रहने वाला है। दूसरा गिरफ्तार आरोपी चंद्रप्रकाश प्रयागराज का रहने वाला है।

माह भर से 500 रुपये बेच रहे थे महिला स्नानार्थियों के वीडियो
गिरफ्तार आरोपियों से अभी पूछताछ जारी है एवं उनसे प्राप्त तथ्यों की पुष्टि करने के काम जारी है। साथ इनसे जुड़े तमाम साइबर ब्योरे खंगाले जा रहे हैं और इनके विभिन्न सोशल मीडिया एकाउंट से हुए गंदे साइबर धंधे का हर लेन-देन का ब्योरा जुटाया जा रहा है। बताया जा रहा है ये तीनों ही आरोपी विदेशी हैकर्स के संपर्क में थे और विदेशों में महाकुंभ के महिला स्नानार्थियों के वीडियो बेच रहे हैं।
इस ब्योरे को फिलहाल गंभीरता से खंगाला जा रहा है। बताया जा रहा है कि युवाओं में अश्लील वीडियो देखने की बढ़ती मांग के कारण आरोपियों ने कई यूट्यूब चैनल शुरू किए और सोशल मीडिया पर कई ग्रुप बनाए हुए थे। पुलिस ने बताया है कि इन तीनों ही साइबर अपराधियों द्वारा हैकिंग के बाद सामान्य और प्रीमियम ग्रुप बनाए जाते हैं, जिसमें अलग-अलग वीडियो को अलग-अलग रेट पर बेचा जा रहा था।

सामान्य समूह में वीडियो फ्री में उपलब्ध थे, जबकि प्रीमियम समूह में प्रति वीडियो 500 रुपये से शुरू होने वाली कीमत ली जा रही थी। गिरफ्तार आरोपियों में से प्रयागराज का निवासी चंद्रप्रकाश अपने यूट्यूब चैनल पर महाकुंभ की तस्वीरें और वीडियो पोस्ट करता था। इसने यूट्यूब से मुफ्त में वीडियो दूसरे से हासिल कर और उसे अपने चैनल पर अपलोड भी कर देता था।
इसी क्रम में पुलिस ने यह भी बताया कि महाराष्ट्र के लातूर से दबोचे गए प्रज्वल तेली के पास वीडियो के लिए एक मेनू कार्ड है। उसमें लगभग 22 विषय हैं। उनमें अस्पतालों, गंगा नदी, मॉल और शादियों से जुड़ी महिलाओं के वीडियो हैं। आरोपी प्रज्वल तेली ने इस वीडियो को बेचकर 7 से 8 लाख रुपये कमाए हैं।

पुलिस ने इंस्टाग्राम और टेलिग्राम एकाउंट्सधारकों पर किया था FIR…
हाल ही में यह पूरा मामला महाकुंभ मेला पुलिस और यूपी सरकार के संंज्ञान में आया तो कार्रवाई शुरू हुई। पता चला था कि महाकुंभ में संगम में पावन डुबकी लगाने और स्नान करने पहुंच रही महिला श्रद्धालुओं के वस्त्र बदलने के दौरान की अमर्यादित तस्वीरें खींच कर उन्हें सोशल मीडिया पर अपलोड कर कर बेचा जा रहा है।
तुरंत एक्शन में आते हुए यूपी पुलिस ने दो सोशल मीडिया एकाउंटधारकों के खिलाफ FIR दर्ज करते हुए उनके खिलाफ एक्शन शुरू। इनमें टेलीग्राम चैनल के बारे में तो बाकायदा महिला स्नानार्थियों की तस्वीरें बेचने की प्रक्रिया को पुलिस ने इलेक्ट्रानिक साक्ष्यों के साथ पकड़ा था।
यूपी पुलिस के मुताबिक, टेलीग्राम के cctv CHANNEL 11 पर यह संगीन अपराध किया जा रहा है और उसी कारण उसके खिलाफ तुरंत एक्शन लिया गया है। यूपी पुलिस ने इस मामले में मेटा कंपनी से भी संपर्क कर सभी जरूरी ब्योरे तलब किए।
यूपी सरकार और महाकुंभ मेला प्रबंधन ने स्पष्ट किया है कि महाकुंभ के पुण्यार्थियों को लेकर ऐसा कोई भी अमर्यादित आचरण अपराध की श्रेणी में आता है और अपराधियों के प्रति यूपी पुलिस अपने जीरो टॉलरेंस की नीति पर कड़ाई से पालन करने को प्रतिबद्ध है। ऐसे किसी भी आपराधिक कृत्य एवं अनैतिक आचरण में लिप्त रहने वालों को नहीं बख्शा जाएगा।
इन दोनों ही मामलों की जानकारी साझा करते हुए यूपी पुलिस के डीजीपी प्रशांत कुमार के हवाले से लिए गए एक्शन की जानकारी भी तुरंत साझा की गई। बताया गया कि सोशल मीडिया मॉनिटरिंग के दौरान यह संज्ञान में आया कि कतिपय सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म के माध्यम से महाकुम्भ में स्नान करने आई महिलाओं की नहाते एवं कपड़े बदलते समय की वीडियो सोशल पर अपलोड की जा रही है। यह कृत्य सीधे तौर पर महिलाओं की निजता और गरिमा का स्पष्ट उल्लंघन है।

अतः ऐसे 2 प्रकरणों का संज्ञान लेकर कोतवाली कुम्भ मेला में अभियोग पंजीकृत करके आवश्यक कानूनी एक्शन शुरू किया। दिनांक 19-02-2025 को टेलीग्राम चैनल के विरुद्ध अभियोग पंजीकृत किया गया। टेलीग्राम चैनल cctv CHANNEL 11 के द्वारा महाकुम्भ में आयी महिलाओं के स्नान करते समय के वीडियो को विभिन्न धनराशि में उपलब्ध कराए जाने का दावा किया जा रहा था।
तुरंत इसका संज्ञान लेकर अभियोग पंजीकृत कर जरूरी कानूनी एक्शन वाली कार्रवाई शुरू कर दी गई। यूपी पुलिस ने बताया कि दिनांक 17-02-2025 को इंस्टाग्राम अकाउंट @neha1224872024 के विरुद्ध अभियोग पंजीकृत कराया गया। इस इंस्टाग्राम अकाउंट से कुम्भ मेला में आयी महिला स्नानार्थियों के स्नान करते एवं कपड़े बदलते समय की अशोभनीय वीडियो को पोस्ट किया जा रहा था ।
अतएव इस इंस्टाग्राम अकाउंट के विरुद्ध अभियोग पंजीकृत करने के साथ ही इसे संचालित करने वाले व्यक्ति की पहचान सुनिश्चित किये जाने हेतु मेटा कंपनी से जानकारी जुटाई। जानकारी प्राप्त होते ही सम्बन्धित आरोपियों को दबोचा गया है।