37वें नेशनल गेम्स : बिहार के 4 खिलाड़ी चयनित, गया के जयप्रकाश भी खेलेंगे

गया : बिहार के गया के रहने वाले जयप्रकाश का चयन राष्ट्रीय तीरंदाजी के लिए हुआ है। 37वें नेशनल गेम्स में जयप्रकाश अपना जौहर दिखाएंगे। जयप्रकाश गया जिले के खरहरी गांव के रहने वाले हैं। पहले इनके पिता किसान थे। हालांकि बाद में एफसीआई में उनकी नौकरी लगी थी। अपने बेटे जयप्रकाश को तीरंदाजी में शौक देखकर उसके पिता ने इसमें करियर बनाने में पूरी मदद की और अब जयप्रकाश राष्ट्रीय स्तर पर खेलेंगें।

बिहार के चार खिलाड़ियों का हुआ है चयन

37वें राष्ट्रीय तीरंदाजी प्रतियोगिता गोवा में होनी है। गोवा में यह प्रतियोगिता 28 अक्टूबर से लेकर 12 नवंबर तक चलेगी। इसके लिए बिहार से चार युवकों का नेशनल तीरंदाजी गेम्स के लिए हुआ है। इन चार युवकों में बिहार के गया के रहने वाले जयप्रकाश का नाम शामिल है। इसके अलावा बिहार से निर्भय कुमार, शिवम गुप्ता और चंदन यादव का चयन हुआ है।

जयप्रकाश गया जिले के वजीरगंज अंतर्गत खरहरी गांव के रहने वाले हैं। पिता ने जयप्रकाश की रूचि को देखते हुए उसे तीरंदाजी के क्षेत्र में बढ़ावा दिया। खेल विभाग द्वारा प्रोत्साहन में कमी के बावजूद जयप्रकाश ने अपनी मेहनत जारी रखी। उनकी मेहनत का ही नतीजा था, कि आगे बढ़ते चले गए। जिला स्तर के कई प्रतियोगिताओं के बाद राज्य और फिर नेशनल तीरंदाजी में अपनी प्रतिभा दिखाएंगे। हालांकि, इससे पहले भी जयप्रकाश कटक, जम्मू कश्मीर और गुजरात में खेल चुके हैं। इस तरह तीन राष्ट्रीय तीरंदाजी की प्रतियोगिता में जयप्रकाश भाग ले चुके हैं और ऑल इंडिया यूनिवर्सिटी गेम में भी खेल चुके हैं। इस तरह कठिन संघर्ष के बाद जयप्रकाश का कैरियर तीरंदाजी के क्षेत्र में धीरे-धीरे बनने लगा है और यह अपने लक्ष्य की ओर अग्रसर हो रहे हैं।

बताया जाता है कि 37वां नेशनल गेम्स 28 अक्टूबर से 12 नवंबर तक आयोजित है, जो कि गोवा में खेला जाएगा। बिहार राज्य खेल प्राधिकरण के द्वारा पाटलिपुत्र खेल परिसर कंकड़बाग में 11 अक्टूबर से लेकर 25 अक्टूबर तक बेहतर प्रदर्शन और बिहार के लिए पदक जीतने के लिए खेल महानिदेशक रविंद्र शंकरण के द्वारा कैंप का आयोजन किया गया है। इस कैंप में फिलहाल जयप्रकाश की भी ट्रेनिंग चल रही है और वह अपने बिहार के चयनित साथियों निर्भय कुमार, शिवम गुप्ता और चंदन यादव के साथ कड़ी मेहनत कर रहे हैं, ताकि ज्यादा से ज्यादा पदक बिहार के लिए ला सके।

जयप्रकाश तीरंदाजी में अपना करियर बनाना चाहते हैं। वे इससे हटकर निशुल्क तीरंदाजी की ट्रेनिंग छोटे-छोटे बच्चों को देते हैं। गया में कुछ स्थानों पर बच्चों को लगातार ट्रेनिंग देने का काम कर रहे हैं। यही वजह है कि गया के रहने वाले कई बच्चे तीरंदाजी के क्षेत्र में निपुण होते जा रहे हैं और उनकी प्रतिभा बता रही है कि जयप्रकाश से ट्रेनिंग लेने वाले बच्चे भी आगे चलकर तीरंदाजी के क्षेत्र में काफी कौशल दिखाएंगे।

अंतरराष्ट्रीय पदक लाने की तमन्ना – जयप्रकाश

वहीं, इस संबंध में जयप्रकाश बताते हैं कि उनकी तमन्ना है कि वह देश के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर से पदक ला सकें। फिलहाल में गोवा में होने वाले नेशनल गेम्स जो की तीरंदाजी की है, उसकी तैयारी में जुटे हैं। बिहार के चार युवकों का तीरंदाजी नेशनल गेम के लिए सलेक्शन हुआ है, जिसमें वह एक शामिल है। वह कोशिश करेंगे की कड़ी मेहनत और तैयारी के बीच गोवा में 28 अक्टूबर से शुरू होने वाले नेशनल तीरंदाजी प्रतियोगिता में ज्यादा से ज्यादा पदक हासिल कर सके।

आशीष कुमार की रिपोर्ट

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