रांची: विश्वास मत की वोटिंग में चंपई सोरेन सरकार को 47 विधायकों का समर्थन मिलने की संभावना है। झारखंड विधानसभा में चुन कर आने वाले विधायकों की कुल संख्या 81 है।
विश्वास मत जीतने के लिए सत्ता पक्ष को 41 विधायकों का समर्थन जरूरी है। पर, अभी विधानसभा की परिस्थितियां बदली हुई हैं। झामुमो के 30 विधायकों में से एक डॉ. सरफराज अहमद ने इस्तीफा दे दिया है।
इससे विधायकों की संख्या घटकर 80 हो गई। वहीं, भाजपा के विधायक इंद्रजीत महथा गंभीर रूप से बीमार हैं। वे लंबे समय से बिस्तर पर हैं। वे न तो मतदान और न ही समर्थन पत्र देने की स्थिति में हैं।
इसके अलावा झामुमो के विधायक रामदास सोरेन भी बीमार हैं। उनके भी मतदान में भाग लेने की संभावना काफी कम है। ऐसे में विधायकों की संख्या 78 रह जाती है। यानी चंपई सोरेन सरकार को 78 विधायक के आधार पर बहुमत साबित करना होगा।
तब बहुमत का आंकड़ा 40 होगा। झामुमो के कुल विधायक 29 हैं। इसके अलावा कांग्रेस के 17, राजद और माले के एक-एक विधायक हैं। इस तरह से गठबंधन का आंकड़ा 48 पहुंच रहा है।
जिसमें स्पीकर और बीमार विधायक रामदास शामिल हैं। स्पीकर तब ही वोट कर सकते हैं, जब सदन में मतदान के बाद आंकड़ा टाई हो जाए। सबसे बड़ी बात यह है कि सत्ता पक्ष यह प्रयास कर रहा है कि उसके अपने अंकगणित से ज्यादा विधायकों का समर्थन मिल जाए।