डिजिटल डेस्क : Share Market में निवेशकों के 6 लाख करोड़ डूबने से मचा हाहाकार। भारतीय Share Market में लगातार छठें कारोबारी दिन बुधवार को निवेशकों को करारा झटका लगा है। Share Market में गिरावट है कि थमने का नाम ही नहीं ले रही है। लगातार छठे ट्रेडिंग सेशन में सेंसेक्स खुलते ही धड़ाम हो गया जिससे निवेशकों को मोटा नुकसान हुआ है।
आज के Share Market खुलने के साथ ही निवेशकों को 6.40 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हो चुका है। इससे Share Market से जुड़े भारतीय कारोबारियों में हाहाकार की स्थिति बनी है। विदेशी निवेशकों की बिकवाली और ट्रंप के टैरिफ प्लान के बीच भारतीय Share Market में गिरावट का दौर जारी है।
लगातार छठे दिन प्रमुख बेंचमार्क सूचकांक सेंसेक्स और निफ्टी लाल निशान पर कारोबार करते दिखे। इस दौरान, सेंसेक्स 76 हजार से नीचे पहुंच गया, जबकि निफ्टी भी 23 हजार से नीचे पहुंच गया।
Share Market के धराशायी होने को यूं समझें…
घरेलू Share Market बुधवार को लगातार छठे दिन गिरावट के साथ खुले। सेंसेक्स और निफ्टी दोनों में गिरावट देखी गई। रिलायंस इंडस्ट्रीज, आईटीसी और महिंद्रा एंड महिंद्रा जैसे बड़े शेयरों में गिरावट ने बाजार को नीचे खींचा। अमेरिकी टैरिफ और कंपनियों के मुनाफे को लेकर चिंता भी बाजार पर हावी रही।
सुबह 10 बजे बीएसई सेंसेक्स 837.83 अंक यानी 1.10% की गिरावट के साथ 75,455.77 अंक पर कारोबार कर रहा था। निफ्टी50 भी 241.50 अंक यानी 1.05% गिरकर 22,830.30 अंक पर आ गया। इस गिरावट से बीएसई में लिस्टेड कंपनियों का कुल मार्केट कैप 6.5 लाख करोड़ रुपये घटकर 402.02 लाख करोड़ रुपये रह गया।
देश की सबसे वैल्यूएबल कंपनी रिलायंस का शेयर करीब 3 फीसदी गिरावट के साथ 1193.65 रुपये पर आ गया जो इसका 52 हफ्ते के लो पर आ गया। सेंसेक्स शुरुआती कारोबार में 274.56 अंक की गिरावट के साथ 76,019.04 अंक पर खुला। ऐसे ही शुरुआती कारोबार मे निफ्टी 78.45 अंक फिसलकर 22,993.35 अंक पर कारोबार करता दिखा।
हालांकि, रुपया शुरुआती कारोबार में 26 पैसे की बढ़त के साथ अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 86.53 डॉलर पर पहुंच गया। Share Market के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) मंगलवार को बिकवाल रहे थे और उन्होंने शुद्ध रूप से 4,486.41 करोड़ रुपये के शेयर बेचे।
![शेयर बाजार की सांकेतिक तस्वीर](https://i0.wp.com/22scope.com/wp-content/uploads/2025/02/%E0%A4%B6%E0%A5%87%E0%A4%AF%E0%A4%B0-%E0%A4%AC%E0%A4%BE%E0%A4%9C%E0%A4%BE%E0%A4%B0.jpg?resize=490%2C305&ssl=1)
Share Market के धड़ाम होने से अंबानी – अडाणी को मोटा नुकसान…
बताया जा रहा है कि भारतीय Share Market के धड़ाम होने से देश के अग्रणी उद्यमी अंबानी और अडाणी ग्रुप को मोटा नुकसान हुआ है। Share Market की गिरावट में मुकेश अंबानी की कंपनी Reliance का शेयर 3 फीसदी से ज्यादा टूटा, तो वहीं ऑनलाइन फूड डिलीवरी कंपनी Zomato के शेयर में भी बड़ी गिरावट देखने को मिली।
कारोबारी हफ्ते की शुरुआत में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने स्टील एल्यूमिनियम के इंपोर्ट पर टैरिफ लगाने का फैसला लिया तब से बाजार में गिरावट का सिलसिला जारी है। Share Market में गिरावट में टॉप लूजर की बात करें, तो लार्जकैप में शामिल M&M Share (3.50%) टूटकर 2976 रुपये पर आ गया, तो वहीं Zomato Share में गिरावट थमने का नाम नहीं ले रही है और ये 3.41% गिरकर 207 रुपये पर कारोबार कर रहा है।
इसके अलावा Mukesh Ambani का Reliance Share 3.18 फीसदी फिसलकर 1194 रुपये पर कारोबार कर रहा है। इसके अलावा इस कैटेगरी में Adani Ports (2.63%), IndusInd Bank (2.48%), PowerGrid Share (2.20%), Axis Bank Share (2.16%) की गिरावट में कारोबार कर रहे थे। वहीं आईटीसी, एशियन पेंट्स, बजाज फाइनेंस, टाइटन, एसबीआई, एनटीपीसी, टाटा मोटर्स, टाटा स्टील के शेयरों में 1 फीसदी से ज्यादा की गिरावट देखने को मिली।
![शेयर बाजार की सांकेतिक तस्वीर](https://i0.wp.com/22scope.com/wp-content/uploads/2025/02/%E0%A4%B6%E0%A5%87%E0%A4%AF%E0%A4%B0-%E0%A4%AC%E0%A4%BE%E0%A4%9C%E0%A4%BE%E0%A4%B0-%E0%A4%B8%E0%A4%BE%E0%A4%82%E0%A4%95%E0%A5%87%E0%A4%A4%E0%A4%BF%E0%A4%95-2-1.jpg?resize=494%2C306&ssl=1)
Share Market में जारी ताजा उतार – चढ़ाव को एकनजर में समझें…
छोटे और मझोले शेयरों वाले निफ्टी स्मॉलकैप100 इंडेक्स में 1.6% और निफ्टी मिडकैप100 इंडेक्स में 1.3% की गिरावट आई। छोटे और मझोले शेयर अपने उच्चतम स्तर से लगभग 20% नीचे आ गए हैं, जो बियर मार्केट की ओर इशारा करता है।
अलग-अलग शेयरों की बात करें तो बर्जर पेंट्स के शेयर में 3.5% की तेजी आई। कंपनी का तीसरी तिमाही का मुनाफा उम्मीद से कम गिरा, क्योंकि औद्योगिक कारोबार में मजबूती से मांग में कमजोरी की भरपाई हो गई। बायर क्रॉपसाइंस के शेयर शुरुआती कारोबार में लगभग 8% गिर गए। कमजोर मांग और बढ़ती लागत के कारण कंपनी का दिसंबर तिमाही का मुनाफा कम रहा।
निवेशक अब भारत के महंगाई के आंकड़ों का इंतजार कर रहे हैं, जो Share Market बंद होने के बाद जारी होंगे। रॉयटर्स द्वारा किए गए एक सर्वे के अनुसार जनवरी में उपभोक्ता मूल्य मुद्रास्फीति में भारी गिरावट के साथ यह पांच महीने के निचले स्तर 4.6% पर आ सकती है।
खाद्य पदार्थों की कीमतों में कमी से महंगाई में गिरावट आई है। महंगाई में कमी से RBI धीमी आर्थिक वृद्धि पर ध्यान केंद्रित कर सकता है। इस धीमी वृद्धि का असर कंपनियों की कमाई और उपभोक्ता खर्च पर पड़ा है, जिससे बाजार पर दबाव बढ़ा है।