दिल्ली से शुरू 750 करोड़ रुपये का फर्जी जीएसटी घोटाला झारखंड तक पहुंचा। इडी जांच में शेल कंपनियों और देशव्यापी नेटवर्क का खुलासा हु
रांची: इडी की जांच में 750 करोड़ रुपये के फर्जी जीएसटी घोटाले का पर्दाफाश हुआ है, जिसमें झारखंड का भी सीधा कनेक्शन सामने आया है। यह नेटवर्क दिल्ली से शुरू होकर तीन-चार लेयर से गुजरते हुए कोलकाता के रास्ते झारखंड तक पहुंचता था। यहां से तमिलनाडु, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र और ओडिशा जैसे राज्यों में फर्जी बिल सप्लाई किए जाते थे।0
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इडी ने 750 करोड़ रुपये के फर्जी जीएसटी घोटाले का खुलासा किया।
फर्जी बिल दिल्ली से बनकर कोलकाता होते हुए झारखंड पहुंचे।
झारखंड से दक्षिण और पश्चिम भारत के राज्यों तक फैला नेटवर्क।
युवकों के दस्तावेजों का इस्तेमाल कर 135 शेल कंपनियां बनाई गईं।
नौकरी का झांसा देकर युवकों को सिर्फ 10-15 हजार रुपये वेतन दिया गया।
जांच के अनुसार, इस पूरे खेल का उद्देश्य फर्जी तरीके से इनपुट टैक्स क्रेडिट (ITC) क्लेम करना था। इसके लिए 135 शेल कंपनियां बनाई गईं। खास बात यह है कि इन शेल कंपनियों को चलाने के लिए युवकों को नौकरी का लालच देकर जोड़ा गया। उन्हें हर महीने 10 से 15 हजार रुपये वेतन दिया जाता था। इन युवकों को ऑफिस आने की आवश्यकता नहीं होती थी और उनके नाम व दस्तावेज का ही इस्तेमाल कंपनियां रजिस्टर करने में किया जाता था।
अधिकांश युवकों को इस बात की जानकारी तक नहीं थी कि उनके नाम पर कंपनी चल रही है। झारखंड में भी इन शेल कंपनियों का नेटवर्क सक्रिय था, जो फर्जी बिलों को दक्षिण भारत और पश्चिम भारत तक पहुंचाने का काम करता था।
इस तरह एक संगठित गिरोह ने दिल्ली, झारखंड और अन्य राज्यों को जोड़कर देशव्यापी फर्जी जीएसटी बिल रैकेट खड़ा किया।
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