पटना : भारत छोड़ो आंदोलन के 81वीं वर्षगांठ पर बिहार प्रदेश कांग्रेस कमेटी के द्वारा कांग्रेस मुख्यालय सदाकत आश्रम से विधानसभा गेट के सामने शहीद स्मारक तक पैदल मार्च किया गया, हालांकि इस दौरान राजापुर पुल के पास प्रशासन ने अनुमति न होने के कारण कांग्रेस नेताओं को रोका लेकिन उसके बाद कुछ संख्या में नेताओं को जाने की इजाजत दी गई। कांग्रेस विधायक दल के नेता शकील अहमद खान और कांग्रेस एमएलसी मदन मोहन झा के नेतृत्व में काफी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता शहीद स्मारक पहुंचे और शहीदों के प्रतिमा पर माल्यार्पण किया साथ ही प्रतिज्ञान लिया।
इस दौरान कांग्रेस विधायक दल के नेता शकील अहमद खान ने कहा कि ये बहुत ही ऐतिहासिक क्षण है। भारत के स्वतंत्रता, आंदोलन और उसके संग्राम में हमारे पुरखों ने जान की कुर्बानियां दी। शकील अहमद खान ने कहा कि हमारे पुरखों की विरासत के बाद देश में अंग्रेज चले गए कुछ लोगों को छोड़ गए। हमलोग जब आजादी का संग्राम लड़ रहे थे तब संविधान बना तो उसको बचाने की कसम खाई गई लेकिन आज ये दिक्कत हो गई है। हमारे बुजुर्ग, बाप दादा जिन्होंने जान देने के बाद संविधान दिया जिस तरह का रास्ता बताया। उस रास्ते से कुछ लोग भटक गए है।
वहीं मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर शकील अहमद खान ने कहा कि बीजेपी के पेट में दर्द हो रहा है कि हमलोग में से कोई मंत्री नहीं बना। दो मंत्री बने या मंत्री कैबिनेट में जाए तो बहुत प्रेम हो गया है उनको हमारे विस्तार से। वहीं कांग्रेस नेताओं के रोके जाने पर शकील अहमद खान ने कहा कि हम लोगों को इजाजत नहीं मिली थी इसलिए कुछ लोगों के साथ आने दिया गया। वहीं महागठबंधन सरकार के एक साल पूरा होने पर कहा पिछले बजट सत्र में हमारे तमाम मंत्रियों ने इस बात की गुहार लगाई की भारत सरकार किस तरह से बिहार सरकार के साथ योजनाओं के मामले में डिस्क्रिमिनेशन कर रही है। उसके बावजूद बिहार सरकार का आज एक साल पूरा हुआ है, हम धन्यवाद देना चाहते हैं।
वहीं महागठबंधन सरकार का एक साल पूरा होने पर कांग्रेस एमएलसी मदन मोहन झा ने कहा कि महागठबंधन की सरकार तो काम कर रही है। केंद्रीय नेतृत्व का सहयोग नहीं मिलने के बावजूद भी बिहार सरकार जिस तरह से काम कर रही है, हम समझते हैं कि ये बहुत बड़ा उदाहरण है।
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कुमार गौतम की रिपोर्ट















