Friday, October 24, 2025
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Breaking : समस्तीपुर के कर्पूरी ग्राम पहुंचे PM मोदी, CM नीतीश सहित कई नेताओं ने किया स्वागत

समस्तीपुर : बिहार विधानसभा चुनाव के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अभी थोड़ी देर पहले समस्तीपुर जिले के कर्पूरी ग्राम पहुंच चुके हैं। पीएम मोदी को सीएम नीतीश कुमार, केंद्रीय रामनाथ ठाकुर और सांसद संजय कुमार झा सहित एनडीए के कई नेता मौजूद हैं। उन्होंने पीएम का भव्य स्वागत किया। प्रधानमंत्री मोदी समस्तीपुर के कपूरी ग्राम में कर्पूरी ठाकुर के परिवार स मुलाकात की। पीएम आज पहली बाहर चुनावी मैदान में उतरे हैं।PM मोदी ने सबसे पहले कर्पूरी ग्राम में समाजवादी नेता और पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर के घर पहुंचे और उनको श्रद्धांजलि अर्पित की पीएम नरेंद्र मोदी ने सबसे पहले...

Dhanbad Jharia Violence: जेएलकेएम नेता बनाम हाइवा मालिक, आत्मदाह का प्रयास और पुलिस लाठीचार्ज

धनबाद के झरिया में JLKM नेता और हाइवा मालिक के बीच झड़प, आत्मदाह की कोशिश, पुलिस ने किया लाठीचार्ज और सड़क जाम हुआ।Dhanbad Jharia Violence : भौंरा ओपी क्षेत्र के परसियाबाद मोड़ पर गुरुवार रात हाइवा मालिक और पूर्व वार्ड पार्षद शिव कुमार यादव और JLKM झरिया प्रखंड अध्यक्ष कार्तिक महतो के बीच विवाद हिंसक झड़प में बदल गया। झड़प के बाद इलाके में करीब तीन घंटे तक सड़क जाम और हंगामा देखने को मिला। पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए लाठीचार्ज करना पड़ा। घटना के दौरान एक JLKM समर्थक डिस्को महतो ने पेट्रोल डालकर आत्मदाह की कोशिश...

AAP के प्रत्याशी बोले- 35 सालों में गयाजी की हालत बद से बदतर

गयाजी : गयाजी शहर विधानसभा सीट के आम आदमी पार्टी (AAP) के प्रत्याशी अनिल कुमार ने मीडिया कर्मियों से बातचीत की। इस दौरान उन्होंने कहा कि बीते 35 सालों में शहर की हालत बद से बदतर हो चुकी है। जिस गयाजी को विकास का मॉडल बनना था, वह आज जाम, गंदगी और अव्यवस्था का प्रतीक बन गया है। शिक्षा व्यवस्था चरमराई हुई है, अस्पतालों में लोगों को मूलभूत सुविधाएं नहीं मिलतीं। आम आदमी का हक मारा जा रहा है। वह लाइन में धक्के खा रहा है फिर भी उसका काम नहीं हो रहा है। भ्रष्टाचार चरम है।जनता ने लंबे...

कटकमदाग के किसान स्ट्रॉबेरी की खेती से बन रहे आत्मनिर्भर

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HAZARIBAGH: कटकमदाग के दर्जनों किसान स्ट्रॉबेरी की खेती कर आत्मनिर्भर बन रहे हैं. धान और सब्जी की बजाय स्ट्रॉबेरी की खेती को अपनाकर किसान अच्छा मुनाफा भी कमा रहे हैं.

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कटकमदाग के किसान परिवर्तन कार्यक्रम के तहत बदल रहे खेती का तरीका

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हजारीबाग के कटकमदाग प्रखंड के सुदूरवर्ती क्षेत्र अडरा पंचायत के गांव में परिवर्तन कार्यक्रम के तहत प्रशिक्षित किसानों, स्वयं सहायता समूह और नवयुवती समूहों के सदस्यों द्वारा स्ट्रॉबेरी का उत्पादन कर रहे हैं. साथ ही ग्रामीण बाजार में इसकी आपूर्ति कर आय वृद्धि कर रहे हैं. किसानों का उत्पादन हजारीबाग ही नहीं बल्कि अन्य जिलों में भेजा जा रहा है. इससे यहां के किसानों की पहचान पूरे झारखंड में होने लगी है.

प्रति एकड़ तकरीबन दो लाख रुपये तक होती है आमदनी

अडरा के कृषकों ने बताया कि स्ट्रॉबेरी की खेती करने से उन्हें प्रति एकड़ तकरीबन दो लाख रुपए तक की आमदनी हो जाती है, जो सब्जी उत्पादन की तुलना में काफी अधिक है. इस वर्ष किसान समग्र ग्रामीण विकास परियोजना के तहत चयनित गांवों में करीब 8 एकड़ में स्ट्रॉबेरी की खेती कर रहे हैं. स्ट्रॉबेरी की खेती से आमदनी को देखते हुए और अधिक क्षेत्र में स्ट्रॉबेरी की खेती की संभावना जताई गई है. यहां के दर्जनों किसान आज स्ट्रॉबेरी की खेती कर आत्मनिर्भर बन रहे हैं.

प्रतिकूल माहौल होने के बाद भी करते हैं स्ट्रॉबेरी की खेती

इस क्षेत्र की मिट्टी स्ट्रॉबेरी फसल के लिए प्रतिकूल मानी जाती है, बावजूद इसके यहां के दर्जनों किसानों ने जोखिम उठाकर इस खेती की शुरुआत की और आज नकदी फसल के रूप में स्ट्रॉबेरी की खेती जाना जा रहा है. क्षेत्र के किसान लगभग 7 से 8 एकड़ में इस खेती को कर रहे हैं. किसानों से प्रेरणा लेकर अन्य गांव के भी किसान इस खेती को करने के लिए प्रेरित हुए हैं.

पौधा मरने का डर भी नहीं रहता

किसान संजीत ने बताया कि अन्य खेती में पौधा मरने का डर रहता है,

लेकिन इसमें डर ना के बराबर रहता है. इसमें दवा भी काफी कम लगता है.

उन्होंने कहा है कि अगर इस बार मुनाफा हुआ तो अगली बार

वृहद पैमाने पर इसकी खेती करेंगे और लोगों को प्रेरित भी करेंगे.

हजारीबाग में स्ट्रॉबेरी की खेती पहले नहीं की जाती थी.

लोग यहां परंपरागत खेती ही करते थे. ऐसे में किसानों को कम मेहनत में ज्यादा मुनाफा हो इस बात को ध्यान में रखते हुए फिलहाल दो गांव में पायलट प्रोजेक्ट के तहत स्ट्रॉबेरी की खेती के लिए प्रेरित किया गया है.

रिपोर्ट: शशांक शेखर

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