रेलकर्मियों की सूझबूझ से बची जच्चा- बच्चा की ज़िन्दगी

थोड़ी देर हो जाती तो हो जाती जच्चा-बच्चा की मौत, रेलकर्मियों ने दिया सूझबूझ का परिचय, ट्रेन से उतारकर प्रसव वेदना से कराहती महिला को पहुंचाया अस्पताल, सुंदर सी बच्ची की गूंजी किलकारी

AURANGABAD: औरंगाबाद जिले के अनुग्रह नारायण रोड रेलवे स्टेशन पर रेलकर्मियों ने मानवता का परिचय दिया है. एक ट्रेन से प्रसव वेदना से पीड़ित महिला को उतार कर उसका सुरक्षित प्रसव कराया गया. महिला ने फूल सी बच्ची को जन्म दिया. और जच्चा-बच्चा दोनों सुरक्षित है.

प्रसूता महिला रीता देवी औरंगाबाद के ही कुटुम्बा प्रखंड के पिपरा बगाही गांव निवासी संतोष कुमार की पत्नी हैं. बताया जाता है कि रीता कुछ दिन पहले अपने मायके धनबाद गई थी. धनबाद से ही वह धनबाद-डिहरी इंटरसिटी एक्सप्रेस ट्रेन से पति के साथ ससुराल लौट रही थी. रफीगंज स्टेशन के पास पहुंचते ही महिला दर्द से कराहने लगी.

इसकी जानकारी अनुग्रह नारायण रोड रेलवे स्टेशन के

सहायक स्टेशन मास्टर(एएसएम) प्रमोद कुमार को हुई

जो संयोग से ट्रेन के उसी डिब्बे में सफर कर ड्यूटी के लिए आ रहे थे.

जानकारी मिलते ही उन्होने सहृदयता दिखाई और अनुग्रह नारायण रोड स्टेशन पर

उस वक्त ङ्यूटी पर वहां मौजूद रेलकर्मियों ने महिला को ट्रेन

से उतार कर अस्पताल पहुंचाने की व्यवस्था की गई.


नन्ही बच्ची की किलकारी से खुशी की लहर


नन्ही बच्ची की किलकारी गुंजते ही अस्पताल में खुशी की लहर दौड़ पड़ी.

वहीं रेलकर्मियों से लेकर स्वास्थ्यकर्मियों ने यह कहते हुए खुशी और राहत

महसूस किया कि उनका प्रयास रंग लाया तथा महिला का सुरक्षित प्रसव हो गया.

प्रसव के बाद जच्चा-बच्चा दोनों सुरक्षित है. दंपति भी बेहद खुश है.

वहीं दंपति ने अधिकारियों के प्रति कृतज्ञता जाहिर की.

रिपोर्ट: दीनानाथ मौआर

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