रांची : कोरोना संक्रमण की वजह से सभी सेक्टर प्रभावित हुए हैं। रियल स्टेट सेक्टर भी इससे अछूता नहीं रहा है, झारखंड में बिल्डर एसोसिएशन ऑफ इंडिया और CREDAI ने सरकार से इस सेक्टर को और रियायत देने की मांग की है। झारखंड में रोजगार देने के मामले में रियल एस्टेट सेक्टर की महत्वपूर्ण भूमिका है। कृषि के साथ- साथ इस सेक्टर में भी बड़ी संख्या में लोग कार्यरत हैं। हालांकि, कोरोनावायरस की वजह से रियल एस्टेट सेक्टर को भारी नुकसान उठाना पड़ा है। बिल्डर एसोसिएशन ऑफ इंडिया झारखंड चैप्टर के अध्यक्ष रोहित अग्रवाल कहते हैं कि, सरकार अगर कुछ रियायत नहीं देती है तो और भी बुरे दिन देखने पड़ सकते हैं। उन्होंने सरकार से स्टांप ड्यूटी में कमी और सर्कल रेट कम करने की मांग की है.
बिल्डर एसोसिएशन ऑफ इंडिया के साथ ही झारखंड चेंबर ऑफ कॉमर्स ने भी सरकार से रियल एस्टेट सेक्टर को मदद करने की गुहार लगाई है। चेंबर के अध्यक्ष प्रवीण जैन ने बताया कि, स्टांप ड्यूटी को कम करने के साथ ही और रियायत देने की भी जरूरत है। सरकार अगर इस दिशा में जल्द कदम नहीं उठाती है तो बिल्डर्स के साथ ही रोजगार को लेकर नकारात्मक प्रभाव देखने को मिल सकता है।
बिल्डर बिरादरी की मांग को सत्ताधारी कांग्रेस ने भी दबी जुबान में समर्थन किया है। पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा कि, कोरोनावायरस से सभी क्षेत्र प्रभावित हुए हैं। लिहाजा इससे रियल इस्टेट सेक्टर भी नहीं बच पाया है। सरकार सीमित संसाधनों के साथ सभी सेक्टर को मदद करने में जुटी है। बिल्डर बिरादरी को भी चाहिए कि, वह प्रदेश के विकास में कदम से कदम मिलाते हुए आगे बढ़े और सीमित संसाधनों का ख्याल रखे।
इस बात में कोई शंका नहीं है कि कोरोनावायरस सभी सेक्टर को प्रभावित किया है ऐसे में राज्य सरकार के लिए भी सीमित संसाधन में सभी को मदद कर पाना मुश्किल हो रहा है बिल्डर बिरादरी को भी इस बात का अंदाजा है कि राज्य सरकार लिमिटेड रिसोर्सेस में काम कर रही है.