रांची: झामुमो निभाएगा बड़े भाई की भूमिका– झारखंड मुक्ति मोर्चा ने मिशन 2024 में शानदार परफॉर्मेंस का भरोसा जताया है. मंगलवार को हरमू (रांची ) स्थित सोहराय भवन में केंद्रीय समिति की बैठक के दौरान इस पर आम सहमति दिखी.
Highlights
सांसद विजय हांसदा ने मीडिया से सवाल जवाब के क्रम में कहा कि प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष के तौर पर बाबूलालमरांडी पार्टी की कमान संभालेंगे. विपक्षी दल होने के नाते भले भाजपा झामुमो के खिलाफ चुनावी मैदान में अगले साल होनेवाले चुनाव में दिखेगी .
दूसरे दल भी जो चुनाव में खड़े होते हैं, वे चुनौती लाते हैं. पर झामुमो अपनी पार्टी के शीर्ष लीडर शिबू सोरेन और हेमंत सोरेन के दिशा निर्देश के अनुसार आगे बढ़ रही है. जो काम अभी राज्य में होते दिख रहे हैं, उससे भरोसा है कि राज्य की कमान अगले साल भी सीएम हेमंत सोरेन ही संभालेंगे.
लोकसभा चुनाव में भी जनता महा गठबंधन का साथ देगी. चौदह सीट का परिणाम भी महागठबंधन के पक्ष में जाएगा. लोकसभा चुनाव के लिए सीटों के सवाल पर विजय हांसदा ने कहा कि महागठबंधन में कौन कितनी सीटों पर लड़ेगा , इसका फैसला पार्टी के शीर्ष लीडरों की बैठक में ही होगा .
कोल्हान में पार्टी नेताओं द्वारा लोकसभा सीट पर झामुमो के दावे के सवाल पर उन्होंने कहा कि परिवार बड़ा होने पर कई बातें होती रहती हैं. पार्टी के शीर्ष लीडरों के सामने भी पार्टी नेताओं, कार्यकर्ताओं की भावनाओं को रखा जाना है. वे जो निर्णय लेंगे ,वही मान्य होगा .
झामुमो निभाएगा बड़े भाई की भूमिका
केंद्रीय समिति की बैठक के बारे में जानकारी देते उन्होंने कहा कि यह एक तरह की समीक्षात्मक बैठक है. पिछले एसाइनमेंटमेंट और उस परहुए कार्यों , प्रगति के अलावा आगे किए जाने वाले कार्यों , टास्कों को लेकर शीर्ष लीडर दिशा निर्देश देंगे .
विधायक सरफराज अहमद ने मीडिया से बातचीत में कहा कि राज्य में अगर सबसे पॉपुलर और भरोसेमंद ट्राइबल फेस है
तो वे शिबू सोरेन ही हैं. बाबूलाल मरांडी के मामले में भाजपा लगातार प्रयोग करती रही है. वे सीएम,
केंद्रीय मंत्री , सांसद, विधायक भी रह चुके हैं पर उनका असर नहीं दिखता.
उन्हें खुशी तब होती जब भाजपा उन्हें पीएम पद के लिए आगे करती .
पार्टी नेता मनोज पांडेय के अनुसार बाबूलाल जैसे नेता भाजपा के लिए ही चुनौती पेश करेंगे , झामुमो के लिए नहीं,
झामुमो की केंद्रीय समिति के बैठक के बारे में जानकारी देते कहा कि इसमें पश्चिम बंगाल, बिहार,
ओड़िशा जैसे राज्यों के भी पार्टी नेता शरीक हुए हैं. संगठन की मजबूती , बेहतरी के लिए किए जाने वाले प्रयासों ,
आम जन तक और बेहतर तरीके से पहुंच जैसे बिंदुओं पर चर्चा हो रही है.
फिलहाल पार्टी इतनी मजबूत है कि मिशन 2024 में भी उसे लोकसभा चुनाव 2024 में जबर्दस्त सफलता मिलने का
भरोसा है. महागठबंधन के नेता ही तय करेंगे कि इस चुनाव में कौन किस सीट पर लड़ेगा .
गौरतलब है कि केंद्रीय समिति की बैठक केंद्रीय अध्य़क्ष शिबू सोरेन की अध्यक्षता में हुई.
जानकारी के मुताबिक इसमें वर्तमान राजनीति क हालात पर झामुमो नेताओं ने चर्चा की .
मिशन 2024 और उसके बाद होने वाले विधानसभा चुनाव को देखते पार्टी की अगली दिशा क्या होगी ,
इस पर मंथन के बाद अध्यक्ष ने दिशा निर्देश दिए हैं.
इस बैठक के बाद लोकसभा चुनाव के लिए शंखनाद होने की बात कही जा रही है.
पार्टी कार्यकर्ताओं को कमर कसने और चुनावी तैयारियों में जुट जाने का संदेश दिया गया है.
नवनिर्वाचितमंत्री बेबी देवी को डुमरी विधानसभा के उपचुनाव में जीत दिलाने की भी रणनीति बनी .
बैठक में केंद्रीय समिति के 250 सदस्य शरीक हुए. सभी जिलाध्यक्ष, सचिवों को भी विशेष आमंत्रित
सदस्य के रुप में बुलाया गया था.
इस खबर की भाष शैली बदल कर लखेलोकसभा चुनाव में भी जनता महा गठबंधन का साथ देगी. चौदह सीट का परिणाम भी महागठबंधन के पक्ष में जाएगा. लोकसभा चुनाव के लिए सीटों के सवाल पर विजय हांसदा ने कहा कि महागठबंधन में कौन कितनी सीटों पर लड़ेगा , इसका फैसला पार्टी के शीर्ष लीडरों की बैठक में ही होगा .
कोल्हान में पार्टी नेताओं द्वारा लोकसभा सीट पर झामुमो के दावे के सवाल पर उन्होंने कहा कि परिवार बड़ा होने पर कई बातें होती रहती हैं. पार्टी के शीर्ष लीडरों के सामने भी पार्टी नेताओं, कार्यकर्ताओं की भावनाओं को रखा जाना है. वे जो निर्णय लेंगे ,वही मान्य होगा . केंद्रीय समिति की बैठक के बारे में जानकारी देते उन्होंने कहा कि यह एक तरह की समीक्षात्मक बैठक है. पिछले एसाइनमेंटमेंट और उस परहुए कार्यों , प्रगति के अलावा आगे किए जाने वाले कार्यों , टास्कों को लेकर शीर्ष लीडर दिशा निर्देश देंगे .

झामुमो निभाएगा बड़े भाई की भूमिका
विधायक सरफराज अहमद ने मीडिया से बातचीत में कहा कि राज्य में अगर सबसे पॉपुलर और भरोसेमंद ट्राइबल फेस है तो वे शिबू सोरेन ही हैं. बाबूलाल मरांडी के मामले में भाजपा लगातार प्रयोग करती रही है. वे सीएम, केंद्रीय मंत्री , सांसद, विधायक भी रह चुके हैं पर उनका असर नहीं
दिखता. उन्हें खुशी तब होती जब भाजपा उन्हें पीएम पद के लिए आगे करती . पार्टी नेता मनोज पांडेय के अनुसार बाबूलाल जैसे नेता भाजपा के लिए ही चुनौती पेश करेंगे , झामुमो के लिए नहीं, झामुमो की केंद्रीय समिति के बैठक के बारे में जानकारी देते कहा कि इसमें पश्चिम बंगाल, बिहार,
ओड़िशा जैसे राज्यों के भी पार्टी नेता शरीक हुए हैं. संगठन की मजबूती , बेहतरी के लिए किए जाने वाले प्रयासों , आम जन तक और बेहतर तरीके से पहुंच जैसे बिंदुओं पर चर्चा हो रही है. फिलहाल पार्टी इतनी मजबूत है कि मिशन 2024 में भी उसे लोकसभा चुनाव 2024 में जबर्दस्त सफलता मिलने का भरोसा है. महागठबंधन के नेता ही तय करेंगे कि इस चुनाव में कौन किस सीट पर लड़ेगा .
गौरतलब है कि केंद्रीय समिति की बैठक केंद्रीय अध्य़क्ष शिबू सोरेन की अध्यक्षता में हुई. जानकारी के मुताबिक इसमें वर्तमान राजनीति क हालात पर झामुमो नेताओं ने चर्चा की . मिशन 2024 और उसके बाद होने वाले विधानसभा चुनाव को देखते पार्टी की अगली दिशा क्या होगी , इस पर मंथन के बाद अध्यक्ष ने दिशा निर्देश दिए हैं. इस बैठक के बाद लोकसभा चुनाव के लिए शंखनाद होने की बात कही जा रही है.
पार्टी कार्यकर्ताओं को कमर कसने और चुनावी तैयारियों में जुट जाने का संदेश दिया गया है. नवनिर्वाचितमंत्री बेबी देवी को डुमरी विधानसभा के उपचुनाव में जीत दिलाने की भी रणनीति

बनी . बैठक में केंद्रीय समिति के 250 सदस्य शरीक हुए. सभी जिलाध्यक्ष, सचिवों को भी विशेष आमंत्रित सदस्य के रुप में बुलाया गया था.