पटना:दरभंगा में एम्स का निर्माण तो हो नहीं सका है लेकिन ट्विटर पर दरभंगा में एम्स निर्माण को लेकर बिहार सरकार के स्वास्थ्य मंत्री तेजस्वी यादव और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया भिड़ गये हैं.
दोनों के बीच दरभंगा एम्स को लेकर बहस शुरू हो गई है. दरभंगा में प्रस्तावित एम्स के निर्माण को लेकर मनसुख मंडाविया और तेजस्वी यादव के बीच आरोप-प्रत्यारोप हो रहा है. दरअसल ये पूरा मामला तब शुरू हुआ जब पीएम मोदी ने पश्चिम बंगाल में संबोधन के दौरान दरभंगा में एम्स खोलने का जिक्र किया.
अब पीएम ने जैसे ही दरभंगा एम्स का जिक्र किया. वैसे ही बिहार के स्वास्थ्य मंत्री तेजस्वी यादव सामने आये. और पीएम के दावे को झूठ बताने लगे.
तेजस्वी यादव ने पीएम के दावे को गलत बताते हुए पहले लाइव आये.. फिर ट्वीट कर दावे को गलत बताया. और कहा कि. दरभंगा में एम्स खुलवाने का पीएम झूठा श्रेय ले रहे हैं. साथ ही तेजस्वी यादव ने शोभन बाइपास के उस 151 एकड़ जमीन का भी जिक्र किया.
जिसे बिहार सरकार की तरफ से दरभंगा एम्स के लिए देने की बात कही गई थी.तेजस्वी के इस दावे के बाद केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने झूठा बताया.. तेजस्वी यादव के आरोपों को मनसुख मंडाविया ने ट्वीट कर गलत करार दिया.
और साफ कहा कि. मोदी सरकार विकास में राजनीति नहीं करती.. मनसुख मंडाविया ने कहा कि. मोदी सरकार ने दरभंगा में एम्स निर्माण की मंजूरी 2020 में ही दे दी थी.. और उसके बाद बिहार सरकार ने जमीन दी. मनसुख मंडाविया की तरफ से केंद्रीय स्वास्थ्य विभाग के सचिव ने ट्विटर पर ये लेटर शेयर किया.
साथ ही लेटर में लिखा गया किया. तेजस्वी जिस जमीन का जिक्र कर रहे हैं.. वो एम्स निर्माण के लिए उपयुक्त नहीं है. केंद्रीय मंत्री के इस लेटर के बाद तेजस्वी यादव ने फिर पलटवार किया है.