रांची: मां दुर्गा शक्ति का प्रतीक होती है और भारतीय समाज मे नारी को मां दुर्गा की तरह ही शक्ति का प्रतीक मान सम्मान दिया जाता है।
नवरात्र में शक्ति स्वरूपा मां दुर्गा की पूजा भी की जा रही है। ऐसे में एक पिता ने नवरात्र में अपनी बेटी के लिए जो किया। उसने यह साबित भी कर दिया है कि नारी शक्ति का रूप होती है और उसका हमेसा सम्मान करना चाहिए।

दरअसल माता पिता बड़े अरमान से अपनी बेटी की शादी कर उसे विदा करते है। लेकिन कई बार हमारे समाज मे महिलाएं उपेक्षा की शिकार भी होती है।
जो उन माता पिता के अरमानों का गला घोंट देती है। पीड़ित परिवार और महिला का जीना मुहाल भी हो जाता है।
लेकिन राजधानी रांची के सुखदेव नगर के कैलाश नगर में रहने वाले पिता प्रेम गुप्ता एक ऐसे पिता है।जिन्होंने अपनी बेटी के साथ हुई ज्यादती का ऐसा जवाब दिया है कि वह समाज के लिए मिसाल बन गये है और उन माता पिता की हिम्मत, जिनकी बेटियां शादी के बाद ससुराल में प्रताड़ना की शिकार हो रही है।

अक्सर देखा जाता है कि जब बेटी अपने ससुराल में प्रताड़ित होती है।तो उन्हें अपने मायके से भी बहुत ज्यादा सपोर्ट नहीं मिलता और वह ससुराल के साथ साथ मायके वालों के लिए भी बोझ बन जाती है और कई बार इस वजह से पीड़ित बेटियां जान दे देतीं है या जान ले ली जाती है।
लेकिन इन सबसे अलग प्रेम गुप्ता ऐसे पिता है जिन्होंने अपने बेटी साक्षी को ससुराल में प्रताड़ित होता देख न सिर्फ न्यायलय का दरवाजा खटखटाता बल्कि अपनी बेटी को उसके ससुराल से बैंड बाजा और अतिशबाजी के साथ उसी सम्मान के साथ घर वापस लाये।
जैसे अपनी बेटी के शादी के मौके पर गाजे बाजे के साथ ससुराल के लिए विदा किया था और इसके जरिये उन्होंने समाज को एक संदेश भी दिया कि बेटियां बोझ नहीं होती बल्कि उनका हमेशा सम्मान करना चाहिए।
साक्षी गुप्ता के पिता प्रेम गुप्ता ने 22 स्कोप से बातचीत में बताया कि उन्होंने अपनी बेटी की शादी बड़े अरमानों और धूमधाम से की थी।
लेकिन ससुराल में उनकी बेटी को प्रताड़ित किया जाने लगा। साथ ही उनके दामाद का किसी और के साथ इंगेजमेंट भी था।
जिसकी वजह से उनकी बेटी के ससुराल में हमेशा अनबन होता रहता था। इससे तंग आकर पहले न्यायालय का दरवाजा खटखटाया गया और फिर नवरात्र के शुभ अवसर पर बेटी को ससम्मान घर वापस लेकर आए।



































