गया : गया के बोधगया में विश्व धरोहर महाबोधि मंदिर के मुख्य पुजारी चलिंदा भंते द्वारा FAIL (फेल) पुस्तक की विमोचन किया गया। इस मौके पर लेखक कमाल आसिफ भी मौजूद थे। इस संबंध में लेखक कमाल आसिफ ने गया शहर के नई सड़क स्थित निजी रिसोर्ट में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि मैं बिहार का रहने वाला हूं। और मुझे बिहारी होने पर गर्व है। इसलिए आज बोधगया में पुस्तक मेरी लिखी गई FAIL पुस्तक का विमोचन किया हूं।
बोधगया ज्ञान की भूमि है स्वयं भगवान बुद्ध की ज्ञान भी बोधगया में प्राप्ति हुई थी। इसलिए मैंने बोधगया में विश्व में शांति की संदेश देने वाले विश्व धरोहर महाबोधि मंदिर के मुख्य पुजारी चलिंदा भंते जी द्वारा पुस्तक विमोचन करने के लिए चुना। इसके साथ उन्होंने बताया कि हमारे बिहार के मां-बाप की सोच है जब उनके बच्चे बड़े हो जाते हैं तो उन्हें दो पैसा कमाने के लिए बाहर भेज देते हैं। और खुद पर आत्मनिर्भर नहीं बनना चाहते हैं। जब आप पढ़े- लिखेंगे नहीं तो आप कमजोर होंगे ही। बाहर में जाकर आप मजदूरी ही करेंगे।
उन्होंने कहा कि इसलिए हमारा उद्देश्य है की हमारे बच्चे पढ़ लिखकर आत्मनिर्भर बनकर बुद्धि विवेक से किसी भी क्षेत्र में अव्वल स्थान प्राप्त कर सकते हैं। हमारे बिहारी की सोच है दूसरे की नौकरी करना न कि खुद की बिजनेस करना। हमारे बिहारी को दूसरे प्रदेश में निचले स्तर से देखते हैं। यही सोच मुझे बदलना होगा और खुद की मेहनत के बल पर किसी भी तरह की रोजगार खड़ी करनी होगी। इस लिए फेल पुस्तक विमोचन किया।
आशीष कुमार की रिपोर्ट