रांची: रांची समाहरणालय परिसर स्थित अभिलेखागार रूम अगले आदेश तक बंद कर दिया गया है। एक दिन पहले रिकॉड रूम में चोरी का मामला सामने आया था।
चोरी या छेड़छाड़ किए दस्तावेज का पता लगाने के लिए पुलिस ने जांच कर रही है। रेकॉर्ड रूम के मुख्य गेट पर ताला लगा दिया गया है। जमीन का खतियान निकालने या आवेदन करने के लिए शुक्रवार को करीब 70 लोग आए, लेकिन निराश होकर लौट गए।
लोगों ने बताया कि 15 दिन पहले ही खतियान के लिए आवेदन किया था। अब रेकॉर्ड रूम बंद कर दिया गया है। ऐसे में जमीन की रजिस्ट्री नहीं हो पाएगी।
इधर, बुधवार रात में हुई चोरी की घटना की प्राथमिकी कोतवाली थाना में दर्ज कराई गई है। रेकॉर्ड रूम प्रभारी स्मृति कुमारी ने प्राथमिकी के लिए दिए आवेदन में जमीन के दस्तावेज में छेड़छाड़ करने और रेकॉर्ड बदलने का जिक्र किया है।
जांच में पता चला की 5,097 वर्ग किलोमीटर में फैली रांची की जमीन के सारे खतियान और दस्तावेज जिस रेकॉर्ड रूम में रखे गए हैं, उसकी सुरक्षा में बड़ी लापरवाही बरती जा रही थी।
रूम के बाहर न तो सीसीटीवी कैमरा हैं और न कोई रात्रि सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए थे। प्राथमिकी दर्ज होने के बाद पुलिस ने जांच तेज कर दी है। जांच पदाधिकारी ने रेकॉर्ड रूम के कर्मचारियों और आसपास जमा रहने वालों से भी पूछताछ की।
जिस खिड़की के ग्रिल को तोड़कर चोर रेकॉर्ड रूम के अंदर घुसे थे, उसके दरवाजे को भी बंद कर दिया गया है। अंदर फैले दस्तावेजों की भी जांच की गई, लेकिन देर शाम तक किसी भी रेकॉर्ड के गायब होने का सुराग नहीं मिला।
वहां के कर्मचारियों ने भी अब तक किसी अलमारी से कोई फाइल गायब होने की शिकायत नहीं की है। लेकिन इस घटना ने रांची जिला प्रशासन की कार्यशैली पर बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है।