Monday, July 21, 2025

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भागलपुर लोकसभा सीट में अजीत शर्मा और अजय मंडल के बीच होगा मुकाबला, किसकी होगी जीत ?

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आज हम चर्चा करेंगे बिहार की सिल्क सिटी भागलपुर लोकसभा सीट की. 2024 के लोकसभा चुनाव में भागलपुर लोकसभा सीट में जदयू और कांग्रेस के बीच मुकाबला होने वाले है. यहां जदयू ने मौजूदा सांसद अजय कुमार मंडल को एक बार फिर टिकट दिया है वहीं. कांग्रेस ने भागलपुर विधानसभा सीट से विधायक अजीत शर्मा को अजय मंडल के खिलाफ चुनावी मैदान में उतारा है.

लोकसभा चुनाव की घोषणा के बाद से ही भागलपुर लोकसभा चर्चा का विषय बन गया था. कांग्रेस की तरफ से टिकट कंफर्म होने से पहले यहां से बॉलीबुड अभिनेत्री नेहा शर्मा के चुनाव लड़ने की चर्चा तेज थी. लेकिन कांग्रेस ने टिकट नेहा शर्मा को नहीं बल्कि उनके पिता विधायक अजीत शर्मा को दिया है.

अब भागलपुर में मुकाबला अजय कुमार मंडल और अजीत शर्मा के बीच है.भागलपुर लोकसभा सीट

भागलपुर लोकसभा सीट :

भागलपुर की वर्तमान राजनीतिक स्थिति की बात करें तो भागलपुर लोकसभा के अंतर्गत विधानसभा की 6 सीटें आती है. जिसमें बिहपुर, गोपालपुर, पीरपैंती,कहलगांव, भागलपुर, नाथपुर की सीटें शामिल हैं. भागलपुर संसदीय क्षेत्र में आमतौर पर पिछड़ा वर्ग के कुर्मी-कोयरी वोटर्स निर्णायक भूमिका में रहते हैं. साथ ही यहां मुस्लिम, यादव और ब्राह्मण वोटर्स की संख्या भी अधिक है.

भागलपुर लोकसभा सीट में अजीत शर्मा और अजय मंडल के बीच होगा मुकाबला, किसकी होगी जीत ?

विधानभा की 6 सीटों में 3 बीजेपी,1 जदयू,1 कांग्रेस और 1 राजद के पास है. जिसमें बिहपुर में कुमार शैलेंद्र बीजेपी के विधायक हैं., गोपालपुर में जदयू का कब्जा है यहां से गोपाल मंडल विधायक हैं. पीरपैंती में बीजेपी से ललन कुमार , कहलगांव में पवन कुमार यादव बीजेपी विधायक है, भागलपुर में कांग्रेस का कब्जा है, सांसद प्रत्याशी अजीत शर्मा यहां से विधायक हैं. नाथनगर में राजद से अली अशरफ सिद्दकी का कब्जा है.

भागलपुर लोकसभा सीट की इतिहास पर नजर डालें तो, यहां चुनाव 1952 से शुरु हुए. कांग्रेस ने इस सीट पर अब तक सबसे अधिक 6 बार जीत हासिल की है.

1952 में अनूप लाल मेहता ने कांग्रेस के टिकट से जीते वहीं 1952 में ही हुए उपचुनाव में जेबी कृपलानी ने प्रजा सोशलिस्ट पार्टी से जीत हासिल की.

1957 के चुनाव में कांग्रेस ने अपना परचम लहराया, बनारसी प्रसाद झुनझुनवाला भागलपुर से सांसद बने.

1962 के चुनाव में कांग्रेस ने फिर से जीत हासिल की, भागवत झा आजाद सांसद बने.

1967 में भागवत झा आजाद ने एक बार फिर कांग्रेस का परचम लहराया.

1971 में भागवत झा आजाद कांग्रेस के टिकट से दुबोरा जीते.

1977 के चुनाव भागलपुर लोकसभा में जनता पार्टी ने कब्जा किया , रामजी सिंह यहां से सांसद बने.

1980 में कांग्रेस से भागवत झा आजाद ने वापसी की.

1984 में भागवत झा आजाद कांग्रेस की टिकट से चौथी बार जीते.

1989 में भागलपुर में चुनचुन प्रसाद यादव ने जनता दल के टिकट से जीत हासिल की.

1991 के चुनाव में चुनचुन प्रसाद यादव ने जनता दल के टिकट से दुबारा जीता.

1996 में चुनचुन प्रसाद यादव ने जीत की हैट्रिक लगाई .

1998 में भाजपा ने भागलपुर से अपनी पहली जीत दर्ज की और प्रभास चंद्र तिवारी सांसद बने.

1999 के चुनाव में सुबोध राय भारतीय कम्युनिष्ठ पार्टी की टिकट से जीतकर दिल्ली पहुंचे.

2004 में भाजपा ने दूसरी बार जीत हासिल की, सुशील कुमार मोदी सांसद बने.

2006 में सैयद शाहनवाज हुसैन ने एक बार फिर भाजपा का परचम लहराया.

2009 के चुनाव में भी सैयद शाहनवाज हुसैन ने अपनी जीत दुहराई.

लेकिन 2014 लोकसभा चुनाव में मोदी लहर के बावजूद शाहनवाज हुसैन जीत की हैट्रिक लगाने से चूक गए. 2014 में बिहपुर से विधायक रह चुके राजद शैलेश कुमार उर्फ बुलो मंडल यहां से जीत कर सांसद बने.

2019 के चुनाव में अजय कुमार मंडल ने जदयू के टिकट से जीत हासिल की.

2019 के चुनाव में जदयू के अजय कुमार मंडल ने राजद के शैलेंद्र कुमार को 58 हजार 763 वोटों से शिकस्त दी थी.

जदयू ने 2024 के लोकसभा चुनाव में अजय कुमार मंडल को फिर से टिकट दिया है. अजय कुमार मंडल के सामने कांग्रेस से अजीत शर्मा चुनावी मैदान में हैं. अजीत शर्मा कांग्रेस के कद्दावर नेता हैं उन्होंने तीन बार 2014,2015 और 2020 में भागलपुर विधानसभा का प्रतिनिधित्व किया है. अब देखना होगा कि जदयू भागलपुर में दुबारा अपना परचम लहराने में सफल हो पाती है या अजीत शर्मा यहां कांग्रेस की वापसी करे पाएंगे.