धनबाद. धनबाद के SNMMCH जहां पर लोग दूरदराज से बेहतर चिकित्सा की उम्मीद लेकर पहुंचते हैं, लेकिन चिकित्सीय व्यवस्था में सुधार नहीं होने से उन्हें काफी परेशानियां झेलनी पड़ती है। कभी मरीजों को स्ट्रेचर नहीं मिलता है तो कभी AC खराब रहता है। भर्ती मरीजों का बेडशीट नहीं बदले जाते, NICU वार्ड में नवजातों को उचित सुविधा नहीं मिलती तो वहीं इमरजेंसी में बेड की कमी के कारण मरीज फर्श पर ही इलाज कराने को मजबूर हो जाते हैं।
SNMMCH में उपायुक्त का औचक निरीक्षण
लगातार मिल रही तमाम शिकायतों के मद्देनजर धनबाद उपायुक्त माधवी मिश्रा मंगलवार को औचक निरीक्षण करने SNMMCH पहुंची। इस दौरान उपायुक्त ने सबसे पहले ओपीडी में सर्जरी और शिशु रोग विभाग का निरीक्षण किया। इस दौरान शिशु विभाग के चिकित्सक गायब मिले। बारीकी से हर वार्ड का उन्होंने निरीक्षण किया फिर दवा भंडार गई, जहां दवाओं की वास्तु स्थिति से अवगत हुई और समय पर दवा उपलब्ध नहीं होने का कारण भंडारपाल से पूछा।
SNMMCH में बदहाल व्यवस्था को देखकर सफाई एजेंसी को उन्होंने तलब किया और कितने कर्मचारी हैं, इनकी गिनती करने को लेकर एडीएम विधि व्यवस्था हेमा प्रसाद को कहा। इसके बाद हेमा प्रसाद ने खुद जाकर सफाई एजेंसी के कर्मचारियों की गिनती की, जहां पाया गया कि पेपर में सभी 70 कर्मचारियों की उपस्थिति दर्ज है, लेकिन 48 कर्मचारी ही केवल ड्यूटी बजा रहे थे। इसके बाद उपायुक्त ने सफाई एजेंसी से इसका कारण पूछा तो सफाई एजेंसी ने बताया कि वह लोग कहीं और ड्यूटी कर रहे हैं। इसके बाद सफाई एजेंसी को कड़ी हिदायत दी और बदहाल व्यवस्था तत्काल सुधारने और दोबारा ऐसी हरकत न करने की चेतावनी दी।
उपायुक्त बारी-बारी से हर वार्ड का निरीक्षण कर रही थी और वस्तु स्थिति का जायजा ले रही थी। इस दौरान सीटी स्कैन, अल्ट्रासाउंड, पैथोलॉजी, सहित इमरजेंसी के हर वार्ड का उन्होंने दौरा किया एक तरफ उपायुक्त का वार्ड में निरीक्षण चल रहा था तो दूसरी तरफ इमरजेंसी में मरीजों के बेडशीट बदले जा रहे थे। और कमरे में रूम स्प्रे और परफ्यूम मारा जा रहा था, ताकि गंध ना हो। हालांकि कैमरे में सभी तस्वीरे कैद हो गई। मरीज भी भगवान का शुक्र अदा कर रहे थे कि अधिकारी बार-बार निरीक्षण करने पहुंचे, ताकि उन्हें इसी तरह सफाई व्यवस्था मिले और उनके बेडशीट भी बदले जाएं।
निरीक्षण करने के बाद उपायुक्त ने प्राचार्य को हिदायत दी और तत्काल जो व्यवस्था में बदलाव होना चाहिए, उनमें बदलाव के निर्देश दिए। मीडिया को जानकारी देते हुए उपायुक्त ने बताया कि निरीक्षण के दौरान कई कमियां पाई गई है। सफाई-व्यवस्था को दुरुस्त करने को निर्देश दिया गए हैं और जो भी खामियां हैं, उसे लेकर प्राचार्य को भी कहा गया है। लगातार उनके द्वारा यहां का दौरा कर निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया जाएगा, ताकि मरीजों को किसी प्रकार की समस्या नहीं हो।
वहीं प्राचार्य सह अधीक्षक डॉ. ज्योति रंजन प्रसाद ने बताया कि सफाई की व्यवस्था में सुधार को लेकर कई बार सफाई एजेंसी को पत्र जारी किया गया है, लेकिन उसके द्वारा कोई पहल नहीं की जाती है। जो कमियां है, उसे जल्द दुरुस्त कर लिया जाएगा और मरीजों को किसी प्रकार के समस्या नहीं हो, इसका ख्याल रखा जाएगा।
राजकुमार जायसवाल की रिपोर्ट