रांची – आज शपथ ग्रहण से पहले हेमंत सोरेन ने राज्यवासियों को समर्पित एक संदेश जारी किया। इसमें उन्होंने कहा कि झारखंड की जनता को मेरे ओर से जोहार. आज 4 जुलाई है, 31 जनवरी के दिन इसी जगह पर मैंनेआपको एक संदेश दिया था कि किस तरीके से मेरे विरुद्ध विपक्षियों ने षंडयंत्र रचा था।
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विपक्षी इस षडयंत्र में सफल भी हुए थे। आज 5 महीनों तक इन्होंने अलग-अलग तरीके से लंबे समय तक जेल में रखने का प्रयास किया। हमने भी इसके लिए लंबी कानूनी लड़ाई लड़ी। सड़को पर आप लोगो ने हमे भरपूर सहयोग दिया। और अंत में न्यायालय ने मुझे पाक साफ मानते हुए बरी किया।
एक आदिवासी नौजवान का ऊंचे पद पर रहना विरोधियों को नहीं पचा
2019 में मुझे आपकी सेवा करने के लिए चुना। लेकिन विरोधी षड़यंतकारीयों को ये बात नहीं पची कि एक आदिवासी नौजवान कैसे इतनी ऊंची पद पर जा सकता है। और अंत में 31 जनवरी को बेबुनियाद आरोप लगाकार और झूठा केस बनाकर मुझे जेल भेजा।
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लेकिन भगवान के घर में देर है अंधेर नहीं। कहीं ना कही आपकी दुआवों का ही असर है कि मैं बाहर आया हूं। मेरे जेल में रहने के बाद जो आपने झारखंडी एकता का परिचय दिया है उसका मैं सदा ऋणी रहूंगा। हम हमेशा से ही राज्य के गरीब, दलित, आदिवासी और पिछड़ो की आवाज बनने की कोशिश की है।
ये झारखंड हमने लड़कर लिया है
हमने लड़कर झारखंड लिया है। जब आपने हमे सेवा का मौका दिया तब हमने आपके दरवाजे तक पहुंचने का काम किया था। लेकिन ये लोग हमारे कदमों को रोकने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगाया पर हमे रोक नहीं पाए। पर इन सब के बावजूद मैं एक बार फिर आपकी सेवा करने के लिए आ रहा हूं।