डिजीटल डेस्क : Breaking – कोलकाता निर्भया कांड के पीड़ित परिवार के घर पहुंचीं ममता बनर्जी। कोलकाता निर्भया कांड के रूप में लगातार गत शुक्रवार से देश की मीडिया की सुर्खियों में छाए कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में द्वितीय वर्ष की मेडिकल छात्रा के और मर्डर की घटना को लेकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी खासी परेशान हैं।
वह लगातार इस मसले पर नाराज जूनियर डॉक्टरों के गुस्से को जायज भी ठहरा रही हैं और शांतिव्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस -प्रशासनिक उच्चाधिकारियों पर लगाम कसे हुए हैं। इस प्रकरण पर सोमवार को राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में जूनियर डॉक्टरों के विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया और केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने तुरंत मामले को संज्ञान में लेते हुए उनसे सीधी वार्ता शुरू कर दी है।
इस बीच कोलकाता में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी सोमवार दोपहर करीब पौने एक बजे मृत मेडिकल छात्रा के घर पर शोकाकुल माता-पिता से मिलने पहुंचीं।
बिना तामझाम सीधे पीड़ित परिवार के पास पहुंचीं सीएम ममता, की बातचीत
बिना किसी विशेष तामझाम के मुख्यमंत्री ममता बनर्जी सोमवार दोपहर कोलकाता के अपने आवास से अचानक निकलीं और उत्तर 24 परगना जिला स्थित निहत मेडिकल छात्रा के घर पहुंचीं। आरजी कर मेडिकल कालेज अस्पताल में घटना का शिकार हुई होनहार छात्रा उत्तर 24 परगना जिले की रहने वाली थी।
घटना की जानकारी मिलने के बाद से उसके परिजन बदहवासी की हालत में हैं। गत शुक्रवार तड़के जब छात्रा की लाश अस्पताल परिसर के चौथी मंजिल पर क्षत विक्षत हालत में मिला था तो उसके बाद से ही जूनियर डॉक्टरों में नाराजगी देखी गई। उस समय मुख्यमंत्री ममता बनर्जी कोलकाता में नहीं थीं और झाड़ग्राम के दौरे पर थीं।
वहां से लौटते ही उन्होंने तुरंत मामले की गंभीरता को भांपते ही एसआईटी को जांच का जिम्मा सौंपा और 4 दिनों में आरोपी को साक्ष्य समेत गिरफ्तार कर फास्ट ट्रैक कोर्ट में फांसी की सजा दिलाने की मांग करते हुए केस फाइल करने को कहा।
उसके बाद सीसीटीवी फुटेज और अन्य साक्ष्यों के आधार पर पुलिस ने अस्पताल के ही सिविक वालंटियर संजय रॉय को गिरफ्तार किया लेकिन घटना से नाराज जूनियर डॉक्टर उतने से संतुष्ट नहीं हैं। वे इस अतिगंभीर मामले पर सरकार और कोर्ट की ओर ऐसी व्यवस्था व न्याय की मांग कर रहे हैं जो कि नजीर बने एवं भविष्य में किसी अन्य छात्रा के साथ ऐसा करने का कोई दुस्साहस न कर सके।
कोलकाता निर्भया कांड पर कलकत्ता हाईकोर्ट में 3 पीआईएल दायर, कल सुनवाई
कलकत्ता हाईकोर्ट में सोमवार की सुबह अदालती कामकाज शुरू होते ही गत शुक्रवार तड़के आरजी कर मेडिकल कॉलेज अस्पलात में द्वितीय वर्ष की मेडिकल छात्रा के रेप एवं मर्डर केस यानी कोलकाता निर्भया कांड लेकर याचिकाएं दायर होने को पहुंचीं। इनमें एकाधिक जनहित याचिकाएं भी रहीं और 3 जनहित याचिकाओं को हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति टीएस शिवज्ञानम एवं हिरण्यमय भट्टाचार्य की खंडपीठ ने स्वीकार कर लिया है। साथ ही बताया है कि इन याचिकाओं पर खंडपीठ मंगलवार को सुनवाई शुरू करेगी।
मुख्य न्यायाधीश की अगुवाई वाली खंडपीठ करेगी मामले की सुनवाई
सोमवार को हाईकोर्ट का कामकाजी दौर शुरू होते ही वरिष्ठ वकीलों का एक समूह मुख्य न्यायाधीश की अगुवाई वाले खंडपीठ के समक्ष पहुंचा और कोलकाता निर्भया कांड को लेकर अपनी दलीलें रखीं। वकील फिरोज एडूलजी, तापस भंज, कौस्तुभ बागची और तरुण ज्योति तिवारी ने आरजी कर अस्पताल में द्वितीय वर्ष की मेडिकल छात्रा के हुए जघन्य कृत्य एवं नृशंस हत्या की ओर खंडपीठ का ध्यान आकृष्ट किया।
चारों ही वकीलों ने इस प्रसंग में अपनी-अपनी ओर से जनहित याचिका दायर करने के साथ ही इस व्यापक जनहित वाले मसले पर यथीशीघ्र सुनवाई करने की खंडपीठ से अपील की। उस पर मुख्य न्यायाधीश दायर याचिकाओं का अवलोकन करते हुए टिप्पणी की कि इस प्रसंग में सभी याचिकाओं की सुनवाई होगी एवं सुनवाई कल से ही यानी मंगलवार से शुरू होगी।
सीबीआई या ऐसी एजेंसी से जांच की मांग जिस पर राज्य सरकार का प्रभाव न हो
बाद में खंडपीठ की ओर से मिली जानकारी के मुताबिक, कोलकाता निर्भया कांड के नाम से इस समय देश में सुर्खियों में छाए आरजी कर मेडिकल अस्पताल कांड पर कुल 3 जनहित याचिकाएं सुनवाई के लिए स्वीकार कर ली गई हैं। इनमें से एक याचिका में इस पूरी घटना का निरपेक्ष एजेंसी से जांच कराने की मांग की गई है।
याचिकार्ता का कहना है कि सीबीआई या अन्य किसी ऐसी एजेंसी को जांच की जिम्मेदारी दी जाए जिस पर राज्य सरकार का सीधे को प्रभाव न हो या राज्य सरकार की पहुंच न हो। यही नहीं, याचिकाकर्ताओं ने इस जघन्य आपराधिक कांड में लिप्त रहे लोगों को निष्पक्ष जांच के द्वारा सामने लाने एवं त्वरित निष्पादन करते हुए दोषी को दंडित करने की मांग की है।
याचिकाकर्ताओं की मांग है कि इस बारे में हाईकोर्ट जरूरी दिशानिर्देश भी जारी करे। साथ ही सभी सरकारी अस्पतालों में पर्याप्त संख्या में सीसीटीवी कैमरे लगवाने की भी मांग की गई है। इसी क्रम में यह भी मांग जोड़ी गई है कि अस्पतालों के प्रत्येक तल के मेन गेट पर अनिवार्य रूप में अच्छे कंडीशन में चालू सीसीटीवी कैमरे लगवाने का भी आदेश दिया जाए।
कोलकाता निर्भया कांड के खिलाफ देशभर में विरोध प्रदर्शन
कोलकाता निर्भया कांड में दरिंदगी का शिकार होकर मारी गई जूनियर डॉक्टर के मामले में सरकारी कॉलेजों में अध्ययनरत जूनियर डॉक्टरों में व्याप्त नाराजगी देखते ही देखते कोलकाता से निकल पूरे राज्य और फिर पूरे देश में फेल गई है।
प्रदर्शन कर रहे जूनियर डॉक्टरों की मांगों के समर्थन में वरिष्ठ चिकित्सकों के संगठन भी खुलकर सामने आए हैं एवं मामले में नजीर पेश करने लायक कानून कार्रवाई और दोषी को सजा दिलाने की मांग पर अड़ गए हैं। आज सोमवार को रेजीडेंट डॉक्टरों की देशव्यापी हड़ताल है। दिल्ली के एम्स सहित कई सरकारी अस्पतालों के रेजीडेंट डॉक्टर हड़ताल पर बैठे हैं।
ओपीडी, ओटी और वार्ड्स की सेवाएं ठप हैं। दिल्ली के लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज, कलावती अस्पताल, सुचेता कृपलानी, सफदरजंग अस्पताल, राम मनोहर लोहिया, लोकनायक अस्पताल, जीबी पंत, दीनदयाल उपाध्याय हॉस्पिटल में ओपीडी सेवाएं, इलेक्टिव सर्जरी और लैब की सर्विस बंद है। इससे मरीजों को काफी परेशानी हो रही है।