Bokaro : बोकारो के बेरमो में CBI धनबाद की टीम ने बड़ी कार्रवाई करते हुए CCL क्लर्क को घूस लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार क्लर्क का नाम सुरेश ठाकुर बताया जा रहा है और वह कथारा वाशरी में कार्यरत कार्मिक विभाग में क्लर्क के पद पर कार्यरत है। आरोपी ने सेवानिवृत्त कर्मचारी गोपीनाथ मांझी का पेय प्रोटेक्शन एरियर का भुगतान करने के बदले घूस की मांग की थी।
Bokaro : एरियर का भुगतान के एवज में मांगे थे घूस
मिली जानकारी के मुताबिक पेटरवार प्रखंड के चापी अम्बा टोला निवासी गोपीनाथ मांझी कई दिनों से अपने एरियर भुगतान के के लिए कार्याल का चक्कर काट रहे थे। घूस नहीं देने के कारण उनका भुगतान अटका हुआ था। क्लर्क का नाम सुरेश ठाकुर के द्वारा काम कराने के एवज में घूस की मांग की जा रही थी। अंत में गोपीनाथ ने अपने एक साथी रामविलास रजवार की सहायता से इसकी शिकायत सीबीआई धनबाद में से कर दी।
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जिसके बाद सीबीआई ने गोपीनाथ मांझी और उसके सहयोगी के सहयोग से मामले में जाल बिछाया। सीबीआई ने केमिकल युक्त 15 हजार रुपये का नोट रामविलास रजवार को दिया जिसके बाद उन्होंने यह रुपए क्लर्क सुरेश ठाकुर को दिया। जैसे ही सुरेश ने वह पैसा लिया ठीक उसी वक्त पहले से जाल बिछाए रखी सीबीआई की टीम ने उन्हें रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया।
नोट में केमिकल डालकर बिछाया गया जाल
गिरफ्तारी के बाद क्लर्क सुरेश ठाकुर का हाथ धुलवाया गया जिसके बाद केमिकल युक्त नोटों के जरिए रिश्वत लेने का पोल खुल गया। इसके बाद सीबीआई की टीम ने पीओ ऑफिस में घंटों पूछताछ के बाद सुरेश ठाकुर को अपने साथ धनबाद ले आई।
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बताते चलें कि गोपीनाथ मांझी ने 16 दिसंबर 2022 को पीओ को आवेदन देकर एरियर भुगतान नहीं होने की बात कही थी। सुरेश ठाकुर ने एरियर भुगतान के एवज में 25 हजार रुपये की मांग की थी जिसके बाद मोल-मोलाई करने पर 15 हजार रुपये पर बात बन गई थी। जिसके बाद सीबीआई को शिकायत मिलने के बाद टीम ने उसे घूस लेते रंगेहाथ गिरफ्तार किया।