रांची: बीजेपी की हार के बाद पार्टी दिल्ली में 3 दिसंबर को एक महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक आयोजित करेगी। इस बैठक में बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा और गृह मंत्री अमित शाह हार की वजहों पर चर्चा करेंगे और रिपोर्ट भी सौंपी जाएगी। विधायक दल के नेता भी बैठक में शामिल होंगे।
झारखंड विधानसभा चुनाव में बीजेपी को उम्मीद के मुताबिक सीटें नहीं मिल सकीं। पार्टी ने चुनाव प्रचार, बड़ी रैलियों और जनसंपर्क के बावजूद हार का सामना किया। रांची में दो दिन तक हुई मंथन बैठक में हार के कारणों पर चर्चा की गई। राष्ट्रीय संगठन मंत्री बीएल संतोष ने प्रदेश नेतृत्व और हारने वाले उम्मीदवारों से विचार-विमर्श किया।
बीजेपी के अनुसार, हार के प्रमुख कारणों में मैया सम्मान योजना, भीतरघात और जेएलकेएम (कुलमी समाज) का वोट कटना शामिल हैं। बीजेपी और आजसू ने इस हार को लेकर अपने-अपने कारण बताए हैं, जिसमें महिला, मुस्लिम और महतो (थ्री एम) के मुद्दे पर कमजोर प्रदर्शन का असर बताया जा रहा है।
बीजेपी हार के बाद भी अपने मुद्दे, विशेषकर बांग्लादेशी घुसपैठियों के खिलाफ आक्रामक तेवर को छोड़ने को तैयार नहीं है। गोड्डा सांसद निशिकांत दुबे ने कहा कि बीजेपी इस मुद्दे पर आंदोलन जारी रखेगी और एनआरसी लागू करवाने के लिए संघर्ष करती रहेगी।
अब देखना होगा कि 2024 की हार के बाद बीजेपी अपनी रणनीति को कैसे नया रूप देती है और कार्यकर्ताओं को आगामी चुनावों के लिए कैसे प्रेरित करती है।