रामगढ़ : हेसला में केन्द्रीय विजिलेंस की टीम के छापे से हड़कंप, झारखंड इस्पात प्राइवेट लिमिटेड में हो रही जांच। रामगढ़ थाना क्षेत्र के हेसला झारखंड इस्पात प्राइवेट लिमिटेड, इंडक्शन प्लांट, पावर प्लांट सहित रामगढ़ जिले के कई स्पंज फैक्ट्रीयों व अन्य कारखाने में एक साथ केंद्रीय विजिलेंस की टीम ने छापामारी अभियान चलाया। इससे हड़कंप की स्थिति मची।
हेसला झारखंड इस्पात प्राइवेट लिमिटेड में 2 बजे पहुंची टीम
हेसला के झारखंड इस्पात में विजिलेंस टीम के करीब पांच इनोवा वाहनो में सवार 11 सदस्य दल गेट के समक्ष करीब 2 बजे दोपहर के बाद पहुंचे। जैसे ही टीम के सदस्य गेट के अंदर घुसे, हड़कंप मच गया।
विजिलेंस दल कंटाघर, ऑफिस समेत पूरे प्लांट का भ्रमण कर जायजा लिया। साथ ही जांच पड़ताल आरंभ कर दी। किसी को भी प्लांट के अंदर जाने आने की अनुमति कई घंटे तक नहीं मिल पाई। जो भी वाहन कुछ सामान लेकर आ रहे थे. उसकी भी जांच हो रही थी।
हेसला में 3 दिनों तक केंद्रीय विजिलेंस टीम की जांच चलने के हैं संकेत…
हेसला में करीब चार बजे विजिलेंस टीम का एक दल बाहर निकाल और कांटा बाबू अंकित को फैक्ट्री के सामने सड़क की दूसरी ओर होटल में खोजने लगा। इससे कुछ क्षण के लिए हलचल व्याप्त हुई। अधिकारिक सूत्रों की माने तो रामगढ़ जिले के कई स्पंच फैक्ट्री में विजिलेंस का केंद्रीय दल विभिन्न स्थलों से आकर छापामारी अभियान चलाया है।
यह जांच पड़ताल तीन दिनों तक चलने के आसार हैं। जांच में विजिलेंस दल के द्वारा कंपनी में स्पंज, कोयला, लोहा आना-जाना, स्टॉक समेत कंपनी चलाने के लिए जरूरी उपकरण संसाधन की खरीद बिक्री कागजात समेत कई मामले शामिल हैं। सबकी जांच पड़ताल की जा रही है।
केंद्रीय विजिलेंस अधिकारियों के शिकंज कसते ही फैक्ट्री प्रबंधन के छूटे पसीने…
इसे लेकर विजिलेंस दल के अधिकारीगण फैक्ट्री प्रबंधन के अधिकारियों से पुख्ता कागजातों की मांग कर रहे हैं। वहीं दूसरी ओर केंद्रीय विजिलेंस टीम के द्वारा जांच पड़ताल के आगे बढ़ते व शिकंजा कसने से फैक्ट्री प्रबंधन के वरीय पदाधिकारियो के पसीने छूटने लगे हैं।
लोगों के चेहरों की रंगत बदल गई है। फैक्ट्री के सामने होटल में मजदूर व अगल बगल के स्थानीय लोगों, प्रतिनिधियों, समाजसेवियों में चर्चाओं का बाजार भी गर्म है। खबर लिखे जाने तक केंद्रीय विजिलेंस जांच दल जांच पड़ताल में लगी हुई थी