Dhanbad : गोपीनाथपुर कोलियरी में निषेधाज्ञा जारी, दोनों पक्षों का धरना जारी

Dhanbad : धनबाद के निरसा के इसीएल मुगमा एरिया अंतर्गत गोपीनाथपुर कोलियरी में प्रशासन द्वारा निषेधाज्ञा लगा दी गयी है। साथ ही पुलिस लगातार कैंप लगाए हुए है वही गोपीनाथपुर कोलफील्ड प्राइवेट लिमिटेड के निषेधाज्ञा क्षेत्र के बाहर भाकपा-माले समर्थित निरसा बेरोजगार संघर्ष समिति एवं भाजपा समर्थित गोपीनाथपुर कोलियरी बेरोजगार संघर्ष मोर्चा के लोग कोलियरी के दोनों अलग अलग छोर पर अपनी मांगों को लेकर धरना पर बैठे हुए हैं। स्थिति अभी भी तनावपूर्ण बनी हुई है परंतु नियंत्रण में है।

जहां एक ओर भाकपा-माले समर्थित निरसा बेरोजगार संघर्ष समिति के बैनर तले लोग कोलियरी परिसर के दक्षिणी छोर पर धरना पर बैठे हैं। वहीं दूसरी ओर भाजपा समर्थित गोपीनाथपुर कोलियरी बेरोजगार संघर्ष मोर्चा के लोग कोलियरी के उत्तरी छोर पर धरना पर बैठे हुए हैं। दोनों ही संगठनों का मांग स्थानीय बेरोजगारों को रोजगार देने साथ 9 सूत्री मांग है। गोपीनाथपुर कोलियरी प्रकरण में पुलिस प्रशासन द्वारा 24 लोगों पर नामजद एवं डेढ़ सौ अज्ञात लोगों पर प्राथमिक दर्ज करवाई गई है।

Dhanbad : भाजपा एवं भाकपा-माले समर्थकों के बीच जमकर हुई थी मारपीट

आपको बता दें कि सोमवार को गोपीनाथपुर कोलियरी में रेवेन्यू शेयरिंग में कार्यरत गोपीनाथपुर कोलफील्ड प्राइवेट लिमिटेड में रोजगार देने के सवाल पर भाजपा एवं भाकपा-माले समर्थकों के बीच जमकर पत्थरबाजी, आगजनी एवं मारपीट की घटना घटी थी। जिसमें लगभग एक दर्जन लोग घायल हो गए थे। इस मामले में पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा है। वहीं अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है।

जहां एक ओर गोपीनाथपुर कॉलियरी संघर्ष मोर्चा के समर्थन में बैठी मुखिया रीता देवी एवं एक अन्य स्थानीय महिला ने निरसा विधायक अरुप चटर्जी पर जमकर निशाना साधा। जानकारी देते हुए बताया गया कि विधायक बेरोजगारों को रोजगार के नाम पर एक दूसरे को आपस में लड़ाने का काम कर रहे हैं। आज इन्हीं के चलते गोपीनाथपुर कॉलियरी में कामकाज ठप है जिस कारण सैंकड़ो लोगों के पेट एवं घर परिवार पर खाने के लाले पड़े हुए है और विधायक रोजगार दिलाने कि बात करते है।

वहीं दूसरी ओर निरसा निरसा बेरोजगार संघर्ष समिति की तरफ से भाकपा माले नेता गोपाल दास ने सारे आरोपों को बेबुनियाद बताया और कहा कि बेरोजगारों को रोजगार देने सहित अन्य मांगों को लेकर हमारा आंदोलन कंपनी के विरुद्ध था न की किसी व्यक्ति विशेष के विरुद्ध। लेकिन फिर भी दूसरे पक्ष ने हमारे लोगों के साथ मारपीट एवं पत्थरबाजी की यहां तक की हमारे पंडाल में भी आगजनी कर दी।

संदीप कुमार शर्मा की रिपोर्ट–

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