Chainpur: चैनपुर (Chainpur) अनुमंडल अन्तर्गत जारी प्रखंड इस समय भगवान भरोसे चल रहा है। यहां कई महत्वपूर्ण पद रिक्त पड़े हैं। प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचलाधिकारी, 15वें वित्त के ऑपरेटर, मनरेगा एई, कृषि पदाधिकारी, कल्याण पदाधिकारी, बीपीआरओ और मनरेगा बीपीओ जैसे अधिकारियों की पोस्टिंग नहीं होने से लोगों को कई प्रकार की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
Chainpur: जिला प्रशासन ने की वैकल्पिक व्यवस्था
जिला प्रशासन ने वैकल्पिक व्यवस्था के तहत चैनपुर बीडीओ को जारी प्रखंड का प्रभार सौंपा है, लेकिन नियमित रूप से प्रखंड में बीडीओ और सीओ की अनुपस्थिति के कारण विशेष रूप से छात्र-छात्राओं को जाति, आवासीय और आय प्रमाण पत्र बनाने में काफी परेशानी हो रही है। कार्यालय में आने वाले लोग बिना काम के लौट रहे हैं, जिससे उनकी समस्याएं और बढ़ रही हैं।
इसके अलावा, बीडीओ की कमी से मनरेगा योजना और 15वें वित्त के कार्यों की गति भी धीमी हो गई है। मजदूरों को समय पर मजदूरी का भुगतान नहीं हो पा रहा है, जिससे उनके आर्थिक हालात पर भी असर पड़ रहा है। प्रखंड के दूर-दराज इलाकों से लोग अपने निजी कार्यों के लिए मुख्यालय आते हैं, लेकिन जानकारी मिलने पर कि संबंधित अधिकारी उपस्थित नहीं हैं, तो निराश होकर लौटना पड़ता है।
Chainpur: बीजेपी नेता ने जताई चिंता
बीजेपी नेता अवधेश प्रताप सहदेव ने इस समस्या पर चिंता जताते हुए कहा है कि जारी प्रखंड परमवीर चक्र विजेता अल्बर्ट एक्का के नाम से जाना जाता है। ऐसे में प्रखंड का काम प्रभारी पदाधिकारी से नहीं हो सकता। उन्होंने जनता की समस्याओं को गुमला के उपायुक्त के समक्ष रखने का आश्वासन दिया है। इस प्रकार, अधिकारियों की कमी से जारी प्रखंड की जनता को गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।
सुंदरम केशरी की रिपोर्ट