डिजिटल डेस्क : चीनी वायरस से हिला भारतीय शेयर बाजार, निवेशकों को लाखों करोड़ का नुकसान। सोमवार को भारतीय शेयर बाजार में चीन से आए एचएमपीवी वायरस की वजह से भारी हलचल देखने को मिली और नतीजा यह रहा कि भारतीय शेयर बाजार में निवेशकों को लाखों करोड़ रुपये का नुकसान उठाना पड़ा है।
बताया जा रहा है कि सोमवार को भारत के कर्नाटक में दो और गुजरात में एक आने से भारतीय शेयर बाजार में काफी पैनिक की स्थिति बनी। नतीजा यह हुआ बांबे स्टॉक एक्सचेंज और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के सूचकांक डेढ़ फीसदी से ज्यादा की गिरावट के साथ बंद हुए।
चीनी वायरस के पैनिक से निवेशकों को 11 लाख करो़ड़ का नुकसान…
बताया जा रहा है कि चीनी वायरस के पैनिक का आलम भारतीय शेयर बाजार पर सोमवार को ऐसा पड़ा कि कई प्रमुख शेयरों में गिरावट देखने को मिली। टाटा स्टील से लेकर इंफोसिस तक 30 में से 28 शेयर लाल निशान पर बंद हुए। रिलायंस इंडस्ट्रीज और एचडीएफसी बैंक के शेयर में 2 फीसदी से ज्यादा की गिरावट देखने को मिली।
इस गिरावट की वजह से शेयर बाजार निवेशकों को करीब 11 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा का नुकसान हो गया। इसी क्रम में गिरावट वाले शेयरों की बात करें तो एनएसई पर टाटा स्टील के शेयर में सबसे ज्यादा 4.60 फीसदी की गिरावट देखने को मिली।
ट्रेंट के शेयर 4.35 फीसदी डूबकर बंद हुए। बीपीसीएल और एनटीपीसी के शेयर 3.60 फीसदी से ज्यादा की गिरावट के साथ बंद हुए जबकि अडानी इंटरप्राइजेज के शेयर 3.61 फीसदी की गिरावट के साथ बंद हुए।
सोमवार को भारतीय शेयर बाजार चीनी वायरस के पैनिक की हलचल को आंकड़ों में समझें…
सोमवार को भारत में चीनी वायरस के आमद की आहट से बने पैनिक के माहौल में शेयर बाजार में डेढ़ फीसदी से ज्यादा की गिरावट देखने को मिली। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स 1,258.12 अंकों की गिरावट के साथ 77,964.99 अंकों पर बंद हुआ।
सेंसेक्स 79,281.65 अंकों पर खुला था और कारोबारी सत्र के दौरान 1,441.49 अंकों की गिरावट देखने को मिली और सेंसेक्स 77,781.62 अंकों पर आ गया। वैसे सेंसेक्स में बीते दो दिनों में बड़ी गिरावट देखने को मिली। बीते दो दिनों में सेंसेक्स में 1,978.72 अंकों की गिरावट देखने को मिल चुकी है। इसी के साथ नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का प्रमुख सूचकांक निफ्टी में भी बड़ी गिरावट देखने को मिली है।
सोमवार को निफ्टी 388.70 अंकों की गिरावट के साथ 23,616.05 अंकों पर बंद हुआ। वैसे कारोबारी सत्र के दौरान निफ्टी 452.85 अंकों की गिरावट के साथ 23,551.90 अंकों के लोअर लेवल पर भी पहुंच गया। निफ्टी में बीते दो दिनों में 572.6 अंकों की गिरावट देखी गई है।
चीनी वायरस के अलावा डॉलर के मुकाबले के रुपये के भाव में गिरावट का भी बाजार में दिखा असर…
सोमवार को भारतीय शेयर बाजार में गिरावट के चीनी वायरस के अलावा कुछ और प्रमुख कारण भी माने जा रहे हैं। बताया जा रहा है कि डॉलर के मुकाबले में रुपए में बड़ी गिरावट देखने को मिली। साथ ही दूसरी ओर विदेशी निवेशकों की बिकवाली का दौर लगातार जारी रहा। एशियाई बाजारों में भी सोमवार को 1.40 फीसदी की गिरावट देखने को मिली।
अंत में बजट और फेड पॉलिसी के साथ तिमाही नतीजों से मिलने वाले संकेतों से शेयर बाजार का मूड कुछ ऐसा बनने का भी अनुमान लगाया जा रहा है। इस बड़ी गिरावट के बीच कुछ शेयरों में अच्छी तेजी देखने को मिली है।
आंकड़ों के अनुसार अपोलो हॉस्पिटल के शेयरों में 1.94 फीसदी का इजाफा देखने को मिला जबकि टाटा कंज्यूमर के शेयर में 1.12 फीसदी और टाइटन के शेयर में 0.72 फीसदी की तेजी देखने को मिली। एचसीएल टेक और आईसीआईसीआई बैंक के शेयर में मामूली इजाफा देखने को मिला है।