डिजिटल डेस्क : Republic Day Parade 2025 में दुनिया ने देखा भारत का शौर्य और पराक्रम। आज रविवार को भारत में 76वें गणतंत्र दिवस का जश्न मनाया जा रहा है। मुख्य समारोह राजधानी दिल्ली के कर्तव्य पथ पर आयोजित हुआ। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने तिरंगा फहराया। इस समारोह में इंडोनेशियाई राष्ट्रपति प्रबोवो सुबियांतो भारत के मुख्य अतिथि रहे। परेड में इंडोनेशिया के मार्चिंग दस्ते ने भी कर्तव्य पथ पर परेड की।
फ्लाइपास्ट के साथ ही गणतंत्र दिवस परेड का समापन हो गया। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और इंडोनेशिया के राष्ट्रपति बग्घी में बैठकर कर्तव्य पथ से राष्ट्रपति भवन के लिए रवाना हुए। प्रधानमंत्री मोदी ने लोगों का अभिवादन किया और दर्शक दीर्घा में जाकर लोगों का अभिवादन किया।कर्तव्य पथ पर 31 झांकियां प्रदर्शित की गईं। इन झांकियों में देश की सांस्कृतिक विविधता की झलक दिखी. इस दौरान कर्तव्य पथ पर 5000 कलाकारों ने प्रस्तुति दी।
Republic Day Parade 2025 : वायसेना के विमानों ने किया फ्लाइपास्ट
भारतीय वायुसेना के विमानों ने गणतंत्र दिवस के अवसर पर कर्तव्य पथ परेड के दौरान फ्लाइपास्ट किया। इस फ्लाइपास्ट में 40 विमान, 22 लड़ाकू विमान और 11 ट्रांसपोर्ट विमान, सात हेलीकॉप्टर शामिल हुए। भारतीय वायु सेना के दल ने अपनी ताकत और क्षमता का अद्वितीय प्रदर्शन किया। भारतीय वायुसेना ने अपने करतब से दुनिया को चकित करने वाला दृश्य दिखाया।
76वें गणतंत्र दिवस की पहली हवाई संरचना, ‘ध्वज संरचना’. 129 हेलीकॉप्टर यूनिट के Mi-17 1V हेलीकॉप्टर आसमान से उड़ान भरते हुए राष्ट्रीय ध्वज के साथ-साथ सेना, नौसेना और वायु सेना के संबंधित सेवा ध्वजों को लेकर गुजरे और पुष्प वर्षा कर रहे थे। हवा में भारतीय वायुसेना का दमदार प्रदर्शन देखते ही बन रहा था।
इसमें 1 AEW-C-17 और 2SU फाइटर प्लेन से नेत्र ऑपरेशन, 5 जगुआर फाइटर जेट का एैरोहैड अमृत फॉरमेशन, 6 फाइटर जेट से वज्रांग फॉरमेशन और 3SU विमानों के जरिए हवा में त्रिशुल फॉरमेशन शामिल रहा। हवा में 3 अपाचे विमानों से विक अजय फॉर्मेशन का नजारा और 2 डॉनियप-228, 1AN32 एयरक्राफ्ट से सतलुज फॉरमेशन काफी चकित करने वाला रहा।
PM Modi ने नेशनल वॉर मेमोरियल पहुंचकर वीर शहीदों को श्रद्धांजलि
इससे पहले 76वें गणतंत्र दिवस समारोह के परेड के शुरू होने से पहले PM Modi कर्तव्य पथ पर पहुंचे। PM Modi नेशनल वॉर मेमोरियल पहुंचकर वीर शहीदों को श्रद्धांजलि दी। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने यहां प्रधानमंत्री की अगवानी की। तीनों सेनाओं के प्रमुख यहां मौजूद रहे। इस दौरन PM Modi ने वॉर मेमोरियल के विजिटर बुक में संदेश लिखा।
PM Modi ने देशवासियों 76वें गणतंत्र दिवस की बधाई दी है। उन्होंने कहा – ‘आज हम अपने गौरवशाली गणतंत्र की 75वीं वर्षगांठ मना रहे हैं। इस अवसर पर हम उन सभी महान विभूतियों को नमन करते हैं, जिन्होंने हमारा संविधान बनाकर यह सुनिश्चित किया कि हमारी विकास यात्रा लोकतंत्र, गरिमा और एकता पर आधारित हो। यह राष्ट्रीय उत्सव हमारे संविधान के मूल्यों को संरक्षित करने के साथ ही एक सशक्त और समृद्ध भारत बनाने की दिशा में हमारे प्रयासों को और मजबूत करे, यही कामना है’।
इसी क्रम में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने देशवासियों को गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि – ‘गणतंत्र दिवस पर देशवासियों को बधाई और शुभकामनाएं। देश की निरंतर प्रगति और समृद्धि के लिए प्रार्थना करता हूं’।
76वें गणतंत्र दिवस के मौके पर विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने कहा कि – ‘सभी को गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं, गणतंत्र दिवस हमेशा देश के लिए बहुत गर्व का क्षण होता है। मुझे लगता है कि हमारी बहुत सारी उपलब्धियां हैं, हमें और भी बहुत कुछ हासिल करने की उम्मीद है।
…हमारे यहां इंडोनेशिया के राष्ट्रपति आए हैं, वह हमारे मुख्य अतिथि हैं। 1950 में पहले गणतंत्र दिवस में इंडोनेशिया के राष्ट्रपति हमारे अतिथि थे, इसलिए यह बहुत उपयुक्त है कि 75वीं वर्षगांठ पर फिर से हमारे यहां इंडोनेशिया के राष्ट्रपति आए हैं’।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कर्तव्य पथ पर तिरंगा फहराकर की समारोह की भव्य शुरूआत
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कर्तव्य पथ पर तिरंगा फहराया। राष्ट्रीय ध्वज को 21 तोपों की सलामी दी गई। फिर गणतंत्र दिवस परेड के दौरान पहली सैन्य टुकड़ी 61 कैवेलरी जो दुनिया की एकमात्र सक्रिय घुड़सवार रेजिमेट है, मुख्य युद्धक टैंक टी-90 भीष्म और नाग मिसाइल सिस्टम (NAMIS) ने कर्तव्य पथ पर मार्च किया। इसका नेतृत्व लेप्टिनेंट आहान कुमार कर रहे हैं। इस रेजिमेंट ने हाइफा की लड़ाई में तुर्कों से मुकाबला किया था।
76वें गणतंत्र दिवस की परेड में भारतीय नौसेना की झांकी ने काफी प्रभावी को दुनिया को चकित करने वाली रही। इस झांकी ने एक मजबूत आत्मनिर्भर नौसेना को दिखाया है और संदेश दिया कि नौसेना भारत के समुद्री हितों की रक्षा करने और हजारों मील तक भारत की समुद्री शक्ति का प्रदर्शन करने में सक्षम है। परेड में भारतीय सशस्त्र बल के पूर्व सैनिकों की झांकी ने कर्त्तव्य पथ मार्च किया।
इस झांकी की थीम रही- ‘विकसित भारत की ओर सदैव अग्रसर’। कमांडेंट सोनिया सिंह और कमांडेंट साधना सिंह के नेतृत्व में भारतीय तट रक्षक की झांकी परेड में शामिल हुई। यह झांकी स्वर्णिम भारत विरासत और प्रगति विषय के तहत तटीय सुरक्षा और समुद्री खोज और बचाव पर केंद्रित रही।