डिजिटल डेस्क : अमेरिका से अवैध भारतीय प्रवासियों को लेकर विमान भारत रवाना। अमेरिका में सत्ता संभालने के बाद राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने देश में अवैध प्रवासियों को बाहर निकालने के लिए सख्त कदम उठाए हैं। उसी के बाद अब अमेरिका में बसे भारतीय अवैध प्रवासियों को भारत डिपोर्ट करने के लिए अमेरिका से C-17 विमान रवाना हो गया है।
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने इमिग्रेशन एजेंडे को पूरा करने के लिए सेना की मदद ली है। इसके तहत ही सैन्य एयरक्राफ्ट की मदद से लोगों को डिपोर्ट करने का काम शुरू किया जा चुका है।अमेरिका से अवैध प्रवासियों को लेकर फ्लाइट भारत के लिए रवाना हो गई है।
मिली जानकारी के अनुसार, भारत आ रही डिपोर्टेशन फ्लाइट में 205 भारतीय नागरिक सवार हैं। ट्रंप की वॉइट हाउस में वापसी के बाद भारत के लिए यह पहली निर्वासन फ्लाइट है।
भारतीय नागरिकों को वापस ला रहा C-17 विमान
अमेरिका में अवैध रूप से प्रवेश करने वाले भारतीयों को लेकर पहली फ्लाइट भारत के लिए रवाना हो गई है। एक अमेरिकी अधिकारी ने इस बात की जानकारी दी। अमेरिकी सेना का C-17 विमान भारतीय नागरिकों को लेकर वापस आ रहा है।
व्हाइट हाउस में ट्रंप की वापसी के बाद से चलाई गई कई निर्वासन फ्लाइट में यह भारत के लिए पहली उड़ान है। इसके पहले अमेरिका ने ग्वाटेमाला, होंडुरास और पेरू के लिए निर्वासन उड़ानें चलाई हैं। डोनाल्ड ट्रंप ने वापसी के बाद अवैध प्रवासियों के खिलाफ सख्त सामूहिक निर्वासन अभियान शुरू किया है।
5,000 से अधिक अप्रवासियों को डिपोर्ट कर रहा अमेरिका
बताया जा रहा है कि न सिर्फ भारतीय प्रवासियों को अमेरिका डिपोर्ट कर रहा है बल्कि उस ने मेक्सिको के अवैध प्रवासियों को निकालने के लिए भी अमेरिका-मेक्सिको सीमा पर अतिरिक्त सैनिकों को भेजा है। अमेरिका का एक सैन्य विमान C-17 भारतीय प्रवासियों को डिपोर्ट करने के लिए रवाना हो गया है, लेकिन यह भी बताया गया है कि यह विमान अगले 24 घंटे तक भारत नहीं पहुंचेगा।
इसी के साथ पेंटागन ने एल पासो, टेक्सास और सैन डिएगो, कैलिफोर्निया में अमेरिकी अधिकारियों द्वारा रखे गए 5,000 से अधिक अप्रवासियों को डिपोर्ट करने के लिए फ्लाइट देना भी शुरू कर दिया है। अब तक, सैन्य विमान प्रवासियों को ग्वाटेमाला, पेरू और होंडुरास ले गए हैं।
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सत्ता संभालने के बाद अमेरिका में सबसे बड़ी अवैध प्रवासियों को देश से डिपोर्ट करने के लिए मुहिम शुरू कर दी है और अवैध प्रवासियों के खिलाफ सख्त एक्शन लिया है। कुछ दिनों पहले ही 538 अवैध प्रवासियों को गिरफ्तार किया है और सैन्य विमान का उपयोग करके सैकड़ों को निर्वासित किया है। व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरोलिन लेविट ने था कि- ‘ट्रम्प प्रशासन ने 538 अवैध अप्रवासी अपराधियों को गिरफ्तार किया है, जिनमें एक संदिग्ध आतंकवादी, ट्रेन डी अरागुआ गिरोह के चार सदस्य और नाबालिगों के खिलाफ यौन अपराधों के दोषी कई अवैध अपराधी शामिल हैं।’
अमेरिका में 7.25 लाख अवैध प्रवासी भारतीयों के होने की है सूचना…
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के आदेश के बाद अमेरिकी आव्रजन और सीमा शुल्क प्रवर्तन (आईसीई) ने देश से डिपोर्ट करने के लिए के लिए 1.5 मिलियन लोगों की लिस्ट बनाई है। उसमें 18 हजार भारतीय भी शामिल हैं। प्यू रिसर्च सेंटर के आंकड़ों के अनुसार, भारत से लगभग 725,000 अवैध अप्रवासी अमेरिका में रहते हैं। यह मेक्सिको और अल साल्वाडोर के बाद अमेरिका में रह रहे अवैध प्रवासियों की सबसे बड़ी आबादी है।
डोनाल्ड ट्रंप के सत्ता संभालने के बाद पहली बार भारतीय अवैध प्रवासियों को भारत डिपोर्ट किया जा रहा है। ट्रंप और विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्री एस जयशंकर के साथ अपनी-अपनी बातचीत के दौरान अमेरिका में बसे अवैध भारतीयों को लेकर पहले ही चिंता जताई थी।
राष्ट्रपति ट्रंप ने पीएम मोदी से बातचीत के बाद कहा था कि उन्होंने इमिग्रेशन को लेकर पीएम से बात की थी. साथ ही उन्होंने कहा था कि जब “अवैध अप्रवासियों” को वापस लेने की बात आएगी तो भारत ‘वही करेगा जो सही होगा’। विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने जब भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर के साथ मुलाकात की थी तो उस समय रुबियो ने उन से अवैध प्रवासियों को लेकर बातचीत की थी।
इस दौरान एस जयशंकर ने कहा था कि भारत अवैध तरीके से किसी देश में रहने का विरोध करता है। एस जयशंकर ने कहा था कि अगर हमारे कोई नागरिक अवैध तरीके से अमेरिका में रह रहे हैं और हम इस बात की अच्छे से जांच कर लेते हैं कि वो भारतीय नागरिक है तो हम भारत में उनकी वैध वापसी के लिए तैयार हैं।