प्रयागराज : महाकुंभ में जाम की वजह बने 163 वाहनों पर एक्शन, कटा चालान। महाकुंभ में बीते दो दिनों से अचानक उमड़े श्रद्धालुओं के सैलाब के चलते भयंकर ट्रैफिक जाम की स्थिति बनी है। इसके चलते प्रयागराज में संगम को पहुंचने और वहां से निकलने वाले सभी प्रमुख कनेक्टिंग मार्गों पर लगातार ट्रैफिक पैक है और जाम ऐसा कि घंटे भर की दूरी तय करने में 5 से 8 घंटे तक लग रहे हैं।
इस भयंंकर जाम को हटाने के क्रम में पुलिस टीमों ने जाम के कारणों पर भी ध्यान दिया तो पता चला लगातार अनुरोध के बाद तय पार्किंग-प्लेस की बजाय जहां-तहां कुल 163 वाहनों के बेतरतीब पार्किंग भी भयंकर जाम की प्रमुख वजह बनी है। तत्काल इन 163 वाहनों पर एक्शन लेते हुए उनका चालान काटते हुए उन्हें मौके से हटवाने पर काम शुरू किया गया है।
महाकुंभ में जाम लगाने वालों से हुई जुर्माना वसूली…
महाकुंभ मेला क्षेत्र के लिए आने-जाने के लिए तय प्रमुख मार्गों पर पैक्ड जाम की वजह बने कई वाहनों को चिन्हित कर उन पर एक्शन लेने का काम लगातार जारी रखा गया है ताकि भीड़ के संचालन को सुगम बनाते हुए सभी के संगम स्नान को सुनिश्चित करते हुए सुरक्षित सकुशल को मुकम्मल किया जाए। सोमवार राष्ट्रपति के भी कार्यक्रम को देखते हुए पूरा मेला प्रबंधन अलर्ट मोड में है।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक, प्रयागराज में श्रद्धालुओं-तीर्थयात्रियों के आवागमन के रूट पर भयंकर जाम की वजह बने जहां-तहां बेतरतीब ढंग से पार्क हुए 163 वाहनों के मालिकों से 4.07 लाख रुपये जुर्माना वसूला गया है। यह कार्रवाई आगे भी होती रहेगी ताकि श्रद्धालुओं को संगम तक जाने और उसके बाद गंतव्य तक पहुंचने में कोई कठिनाई न हो।
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि महाकुंभ में लगातार श्रद्धालुओं की भीड़ बढ़ रही है। वाहन चालकों से अपील की जा रही है कि वह अपने-अपने वाहनों को निर्धारित पार्किंग स्थल पर पार्क करें। इसके बाद भी वाहन स्वामी चालक नहीं मान रहे हैं।
वह अपनी गाड़ियों को सड़क किनारे और दूसरे स्थानों पर खड़ी करके स्नान करने चले जा रहे हैं जिससे यातायात प्रभावित हो रहा है। जाम लगने की स्थिति में उन वाहनों को समय पर हटाने में काफी कठिनाई होती है।
![संगम में डुबकी लगाने को रविवार को श्रद्धालुओं की भारी भीड़ का नजारा।](https://i0.wp.com/22scope.com/wp-content/uploads/2025/02/%E0%A4%B8%E0%A4%82%E0%A4%97%E0%A4%AE-%E0%A4%AE%E0%A5%87%E0%A4%82-%E0%A4%A1%E0%A5%81%E0%A4%AC%E0%A4%95%E0%A5%80-%E0%A4%B2%E0%A4%97%E0%A4%BE%E0%A4%A8%E0%A5%87-%E0%A4%95%E0%A5%8B-%E0%A4%B0%E0%A4%B5%E0%A4%BF%E0%A4%B5%E0%A4%BE%E0%A4%B0-%E0%A4%95%E0%A5%8B-%E0%A4%B6%E0%A5%8D%E0%A4%B0%E0%A4%A6%E0%A5%8D%E0%A4%A7%E0%A4%BE%E0%A4%B2%E0%A5%81%E0%A4%93%E0%A4%82-%E0%A4%95%E0%A5%80-%E0%A4%AD%E0%A4%BE%E0%A4%B0%E0%A5%80-%E0%A4%AD%E0%A5%80%E0%A4%A1%E0%A4%BC-%E0%A4%95%E0%A4%BE-%E0%A4%A8%E0%A4%9C%E0%A4%BE%E0%A4%B0%E0%A4%BE%E0%A5%A4.jpg?resize=696%2C408&ssl=1)
महाकुंभ में भयंकर जाम देख अमृत स्नान पर्व वाली व्यवस्थाएं हुई लागू…
इस समय प्रयागराज में सड़क जाम है। बस अड्डे भरे हैं। रूट जगह-जगह डाइवर्ट है। हजारों की भीड़ पार्किंग स्थलों पर फंसी है। अब बिना स्नान पर्वों के ही महाकुंभ क्षेत्र में उमड़ रही भीड़ से रोडवेज की प्राथमिक योजना को बदलना पड़ा है। पार्किंग स्थल व रूटों पर आपात प्लान लागू कर दिया गया है। महाकुंभ के लिए उमड़ी जबर्दस्त भीड़ को देखते हुए रेलवे ने अमृत स्नान के लिए बनाए गए नियम फिर लागू कर दिए।
प्रयागराज संगम स्टेशन रविवार दोपहर 1.30 बजे से 14 फरवरी रात 12 बजे तक यात्रियों के आवागमन के लिए बंद कर दिया गया। मेला क्षेत्र के ज्यादातर पांटून पुल बंद रहे और लोगों से अपील की गई जो जहां भी नदी किनारे है, वहीं स्नान कर लें। रविवार को 1.57 करोड़ श्रद्धालुओं ने संगम में डुबकी लगाई थी। अब तक 43.57 श्रद्धालु आस्था की डुबकी लगा चुके हैं।
![महाकुंभ में उमड़ा श्रद्धालुओं के सैलाब का दृश्य।](https://i0.wp.com/22scope.com/wp-content/uploads/2025/02/%E0%A4%AE%E0%A4%B9%E0%A4%BE%E0%A4%95%E0%A5%81%E0%A4%82%E0%A4%AD-2025-%E0%A4%AE%E0%A5%87%E0%A4%82-%E0%A4%87%E0%A4%B8-%E0%A4%B8%E0%A4%AE%E0%A4%AF-%E0%A4%AA%E0%A5%8D%E0%A4%B0%E0%A4%AF%E0%A4%BE%E0%A4%97%E0%A4%B0%E0%A4%BE%E0%A4%9C-%E0%A4%AE%E0%A5%87%E0%A4%82-%E0%A4%9C%E0%A4%BE%E0%A4%AE%E0%A5%A4.jpg?resize=696%2C449&ssl=1)
यात्रियों को तेजी के साथ बाहर निकालने के लिए रिजर्व बसों का बेडा भी उतर आया है। बीते रविवार को नेहरू पार्क की पार्किंग फुल हो जाने के कारण बेली कछार में निजी वाहनों को भेजे जाने का क्रम शुरू हुआ। वहां से यात्रियों को आगे ले जाने व हालात को संभालने के लिए रोडवेज ने तत्काल आपात प्लान लागू कर दिया।
अब शटल बसों का संचालन यहां से हो रहा है। कानपुर रोड पर बेली कछार का इलाका रिजर्व रखा गया था। बीते मौनी अमावस्या के दौरान भी इसे खेलने की आवश्यकता नहीं पड़ी थी। अब चार पहिया वाहनों की भीड़ का रेला ऐसा चल पड़ा है कि प्रयागराज आने वाले हर मार्ग पर वाहन ही वाहन हैं।
रोडवेज बसें भी इस जाम में फंस रही हैं जिससे अस्थायी बस अड्डों पर वह समय से नहीं पहुंच पा रही हैं। इससे स्नान के बाद जो यात्री बस अड्डों पर पहुंच रहे हैं, उन्हें गंतव्य तक भेजना कड़ी चुनौती बन गया है।
मौसम साफ वाले वीकेंड के चलते प्रयागराज, काशी और अयोध्या में उमड़े श्रद्धालु
बताया जा रहा है कि महाकुंभ में अचानक उमड़े श्रद्धालुओं के सैलाब के पीछे 12 जनवरी माघी पूर्णिमा के अमृत स्नान मुहूर्त से पहले वीकेंड (शनिवार और रविवार) पर मौसम के भी साफ रहना है। वीकेंड पर महाकुंभ पहुंचने वाले लोगों ने प्लान कुछ इस तरह बनाया। पहले संगम में डुबकी लगाने की मुराद पूरी की, फिर अयोध्या में बालकराम के दर्शन उसके बाद काशी में बाबा विश्वनाथ।
क्रम कुछ भी हो, पर जिसके पास 3-4 दिन की छुट्टी थी, उसने यह ‘ट्राइंगल’ जरूर पूरा किया। यही वजह रही कि रविवार को इन तीनों शहरों और उन्हें जोड़ने वाले मार्गों पर जबर्दस्त भीड़ उमड़ी और लोग घंटों ट्रैफिक जाम में फंसे रहे। वीकेंड में महाकुंभ से लौटी भीड़ के कारण रविवार को हाईवे और उससे जुड़े तथा शहर के सभी रास्ते चोक हो गए।
![महाकुंभ में संगम स्नान को रविवार को जुटी श्रद्धालुओ की भारी भीड़ का नजारा।](https://i0.wp.com/22scope.com/wp-content/uploads/2025/02/%E0%A4%AE%E0%A4%B9%E0%A4%BE%E0%A4%95%E0%A5%81%E0%A4%82%E0%A4%AD-%E0%A4%AE%E0%A5%87%E0%A4%82-%E0%A4%B8%E0%A4%82%E0%A4%97%E0%A4%AE-%E0%A4%B8%E0%A5%8D%E0%A4%A8%E0%A4%BE%E0%A4%A8-%E0%A4%95%E0%A5%8B-%E0%A4%B0%E0%A4%B5%E0%A4%BF%E0%A4%B5%E0%A4%BE%E0%A4%B0-%E0%A4%95%E0%A5%8B-%E0%A4%9C%E0%A5%81%E0%A4%9F%E0%A5%80-%E0%A4%B6%E0%A5%8D%E0%A4%B0%E0%A4%A6%E0%A5%8D%E0%A4%A7%E0%A4%BE%E0%A4%B2%E0%A5%81%E0%A4%93-%E0%A4%95%E0%A5%80-%E0%A4%AD%E0%A4%BE%E0%A4%B0%E0%A5%80-%E0%A4%AD%E0%A5%80%E0%A4%A1%E0%A4%BC-%E0%A4%95%E0%A4%BE-%E0%A4%A8%E0%A4%9C%E0%A4%BE%E0%A4%B0%E0%A4%BE%E0%A5%A4.jpg?resize=633%2C422&ssl=1)
काशी विश्वनाथ मंदिर जाने वाले रास्तों पर तो तिल रखने की जगह नहीं थी। राजातालाब से मोहनसराय तक लगभग ढाई किमी की दूरी तय करने में बाइक सवारों को डेढ़ घंटे का समय लगा। उधर, वाराणसी कैंट स्टेशन पर जब यात्रियों को जगह नहीं मिली तो दो ट्रेनों के इंजन रूम पर ही कब्जा कर अंदर से दरवाजा बंद कर लिया।
इसी तरह रामनगरी में रविवार को करीब 10 लाख श्रद्धालुओं की भीड़ पहुंची। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए 17 जगहों पर लगे बैरियर बंद कर दिए गए। राम मंदिर व हनुमानगढ़ी से दो किमी से ही रूट डायवर्जन व क्राउड होल्डिंग की गई। दर्शन का समय बढ़ाने के बाद भी लोगों को बालकराम के दर्शन के लिए दो से तीन घंटे तक कतार में लगना पड़ा।