पटना: शराबबंदी के मामले में तेज प्रताप यादव ने बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के बयान का समर्थन किया है. जीतन राम मांझी ने गुरूवार को दिए गए बयान में उन्होंने कहा था कि राज्य के अधिकारी दस बजे रात के बाद शराब का सेवन करते हैं. इसी संबंध में लालू यादव के पुत्र तेज प्रताप यादव ने कहा कि मैं जीतन राम मांझी के बातों का समर्थन करता हूं. सरकार बिहार में केवल शराबबंदी का ढोंग कर रही है. शराबबंदी कानून बिहार में पूरी तरह विफल है. तेज प्रताप ने कहा कि शराब में पूरा बिहार डूबा हुआ है. उनका कहना है कि शराब की होम डिलिवरी में बिहार के सरकारी पदाधिकारी और कर्मचारी लिप्त है. इसमें कोई नई बात नहीं, शराबबंदी की समीक्षा बैठक के मामले में बयान देते हुए उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के लिए यह विचारणीय विषय है कि आखिर वो समीक्षा बैठक कर क्यों रहे हैं. उन्होंने समीक्षा बैठक को ढोंग बताते हुए सरकार पर वार किया, उन्होंने कहा कि समीक्षा बैठक में अगर कोई सकारात्मक निर्णय लिया जाता, तो बिहार में चारों तरफ शराब क्यों मिलता. पूरे बिहार में धड़ल्ले से शराब की बिक्री हो रही है. अधिकारी ही शराब पीकर पूरी तरह से टुल्ल रहते हैं. उन्होंने गोपालगंज के किसी थानेदार का जिक्र करते हुए उनका विडियो वायरल होने की बात कही. तेज प्रताप का कहना है कि थाने से शराब की तस्करी हो रही है. अगर राज्य में शराबबंदी करनी है, तो सरकार बिहार से सटे सीमावर्ती क्षेत्रों को को सील करे. उन्होंने कहा कि पूरे बिहार में शराब की बिक्री जारी है और लोग शराब के सेवन से बर्बाद हो रहे हैं.
बताते चलें कि इन दिनों बिहार के राजनीतिक गलियारों में शराबबंदी को लेकर वाद-विवाद जारी है. एक ओर नीतीश सरकार बिहार में शराबबंदी को लेकर सख्त नजर आ रही है, तो दूसरी विपक्ष शराबबंदी के मामले पर सरकार को नियमित रूप से घेरते नजर आ रही है.
रिपोर्ट- शक्ति