रांची: स्मार्ट मीटर लगने के बावजूद हजारों उपभोक्ताओं को इसकी सुविधा नहीं मिल पा रही है। इसका मुख्य कारण स्मार्ट मीटर की आधुनिक तकनीक और उपभोक्ताओं की अनभिज्ञता है। बिजली विभाग द्वारा डेढ़ महीने तक कैंप लगाने के बावजूद कई उपभोक्ता मीटर रीडिंग, बिल भुगतान और अन्य जानकारी से अनजान हैं, जिससे राजस्व नुकसान भी हो रहा है।
Highlights
मुख्य समस्याएं:
- पुराने बिजली बिलों में इंटरेस्ट बढ़ने से उपभोक्ताओं की परेशानी
- 91 हजार उपभोक्ताओं का बैलेंस माइनस में
- केवल 30% उपभोक्ताओं ने ही अपना मोबाइल नंबर, अकाउंट नंबर और पता पंजीकृत कराया
- स्मार्ट मीटर से बिल भुगतान के लिए पहले केवाईसी जरूरी
स्मार्ट मीटर से बिल भुगतान की प्रक्रिया:
- उपभोक्ताओं को अपना मोबाइल नंबर विभाग में पंजीकृत कराना होगा।
- स्मार्ट मीटर का अकाउंट नंबर (JP 1204337 जैसे सीरियल नंबर) पंजीकृत कराना जरूरी।
- झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड (JBVNL) की वेबसाइट पर लॉगिन कर बिल भुगतान करना होगा।
रांची में 3.5 लाख बिजली उपभोक्ता हैं, लेकिन अब तक सिर्फ 30% उपभोक्ताओं ने ही केवाईसी पूरी की है। विभाग उपभोक्ताओं को जागरूक करने के लिए आगे और कदम उठा सकता है।