रांची: झारखंड विधानसभा के बजट सत्र का आगाज 24 फरवरी से होने जा रहा है। सत्र के पहले दिन सुबह 11:30 बजे संविधान के अनुच्छेद 176 (1) के तहत राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार का अभिभाषण होगा।
फिर शोक प्रकाश के बाद सभा की कार्यवाही स्थगित हो जाएगी। 25 फरवरी को राज्यपाल के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव के बाद वाद-विवाद होगा।
26 फरवरी को महाशिवरात्रि की वजह से कार्यवाही नहीं होगी। 27 फरवरी को प्रश्न काल के बाद वित्त मंत्री राधा कृष्ण किशोर वित्तीय वर्ष 2024- 25 की तृतीय अनुपूरक व्यय विवरणी सभा पटल पर रखेंगे। फिर राज्यपाल के अभिभाषण पर वाद-विवाद के बाद सरकार का उत्तर होगा।
28 फरवरी को तृतीय अनुपूरक पर वाद-विवाद, मतदान के बाद विनियोग विधेयक को टेबल किया जाएगा। एक और दो मार्च को शनिवार, रविवार की वजह से कार्यवाही नहीं चलेगी। 3 मार्च को वित्त मंत्री राधा कृष्ण किशोर वित्तीय वर्ष 2025-26 का बजट पेश करेंगे। फिर उनका बजट अभिभाषण होगा। इसके बाद सभा की कार्यवाही अगले दिन तक के लिए स्थगित हो जाएगी।
4 और 5 मार्च को बजट के आय व्यय पर वाद-विवाद के बाद सरकार का उत्तर होगा। इसके बाद 6 मार्च से अगली 10 कार्यवाही के दौरान वित्तीय वर्ष 2025-26 के अनुदान मांगों पर वादविवाद होगा। 24 मार्च तक अनुदान मांगों पर वाद-विवाद के बाद सरकार के उत्तर का दौर चलेगा। 6 मार्च से 24 मार्च के बीच 8, 9, 12, 16 के अलावा 22 और 23 मार्च को अवकाश की वजह से सभा की कार्यवाही नहीं चलेगी। 25 और 26 मार्च को जरूरी राजकीय विधेयक टेबल करने के साथ राजकीय कार्य निपटाए जाएंगे।
जबकि 27 मार्च को गैर सरकारी संकल्प के बाद सरकार का उत्तर होगा। 24 फरवरी से 27 मार्च के बीच कुल 20 कार्य दिवस होंगे। बजट सत्र से पहले अब तक नेता प्रतिपक्ष का चयन नहीं हो सका है। इसी कारण भाजपा ने विधानसभा स्पीकर रवींद्र नाथ महतो द्वारा बुलाई गई सर्वदलीय बैठक से दूरी बना ली।
एनडीए के सहयोगी दल आजसू ने भी बैठक में शामिल होने से इनकार कर दिया। स्पीकर ने भी स्वीकार किया कि नेता प्रतिपक्ष के बिना सदन का संचालन मुश्किल हो सकता है। सर्वदलीय बैठक में इस बात पर सहमति बनी कि बजट पर एक दिन की बजाय दो दिन तक चर्चा होगी। वहीं, अनुदान मांगों पर बहस का समय 11 दिनों से घटाकर 10 दिन कर दिया गया है।