Ranchi- अब झारखंड के सभी सरकारी और गैर सरकारी विद्यालय में विद्यार्थियों का जाति प्रमाण पत्र, उनके विद्यालय में ही बनाया जाएगा. इसके लिए 29 दिसम्बर से झारखंड के सभी निजी और सरकारी स्कूलों में स्पेशल ड्राइव चलाया जाएगा. यह घोषणा आज मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने झारखंड विधान सभा में की. यह जाति प्रमाण पत्र विद्यार्थियों के स्व-घोषणा पत्र के आधार पर बनाया जाएगा.
भाजपा नेता नीलकंठ सिंह मुण्डा ने स्वघोषणा के आधार पर जाति प्रमाण पत्र बनाये जाने का विरोध करते हुए कहा कि इससे तो बंगलादेशी भी झारखंड में जाति प्रमाण पत्र बनवा लेगा. भविष्य में इसका गलत उपयोग किया जा सकता है. झारखंड में आदिवासी-मूलवासी छात्रों का जाति प्रमाण पत्र खतियान देखकर जाति प्रमाण पत्र बनाया जाता है, जबकि बांग्लादेश से आकर लोग शपथ पत्र देकर अपना जाति प्रमाण पत्र बना रहे हैं. झारखंड के लोगों के साथ ऐसा होगा तो बीजेपी बर्दाश्त नहीं करेगी.
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भाजपा नेता नीलकंठ सिंह मुण्डा के आरोपों पर पलटवार करते हुए कहा कि हम पाकिस्तानी और बांगलादेशियों के लिए यहां नहीं बैठे है. हमारी प्रतिबद्धता झारखंड की सवा तीन करोड़ जनता के प्रति है. कुछ लोगों का काम सिर्फ हिन्दू मुस्लीम की राजनीति करनी है. सीएम ने बीजेपी नेताओं से पूछा कि आखिर झारखंड के लोगों का महाराष्ट्र, बिहार में क्यों सर फोड़ा जाता है. इसमें केवल कमजोर वर्ग के नहीं बल्कि सामान्य के बच्चे भी इसमें शामिल है