डिजिटल डेस्क : यूपी के आगरा में दो बाइकों की टक्कर में 5 की मौत। यूपी के आगरा में बीते शनिवार की रात आगरा-जगनेर मार्ग पर गहर्राकलां रोड पर बुलेट और बाइक की आमने-सामने की जबरदस्त टक्कर में 5 लोगों की मौत हो गई।
बताया जा रहा है कि सैंया में रेलवे स्टेशन के पास रहने वाले 4 लोग गढ़मुक्खा में शादी समारोह से लौट रहे थे। बुलेट सवार 2 युवकों में एक की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दूसरा गंभीर है।
राहगीरों की सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव एसएन मेडिकल कॉलेज में भिजवाए। घायलों का इलाज चल रहा है। देर रात मृतकों के परिजन एसएन अस्पताल के इमरजेंसी पहुंचे तो चीख-पुकार मच गई।
मरने वाले 4 भाई एक ही बाइक पर थे …
हादसे में एक ही परिवार के 4 युवकों की मृत्यु हो गई। चारों मरने वाले आपस में चचेरे और तयेरे भाई थे। हादसे की जानकारी होने पर युवकों के स्वजन मौके पर जुट गए।
चारों एक ही बाइक से दूसरी शादी में शामिल होने जा रहे थे। अकोला-कागारौल मार्ग पर नगला मीरा पर सामने आती तेज रफ्तार बुलट और सोनू की बाइक में आमने-सामने की टक्कर हो गई।
टक्कर इतनी तेज थी कि दोनों बाइकों पर सवार छह युवक कई फीट ऊपर हवा में उछल गए। चचेरे और तयेरे भाइयों की मौके पर मृत्यु हो गई।

लाशें देख परिवारवालों में मची चीख-पुकार
इस हादसे में बुलट बाइक पर सवार किरावली के रहने वाले 19 वर्षीय करन सिंह की भी मौके पर मृत्यु हो गई। करन का मित्र गहर्रा कलां कागारौल निवासी कान्हा गंभीर घायल हो गया। राहगीरों की सूचना पर पुलिस और युवकों के स्वजन मौके पर पहुंच गए।
परिवारवालों ने बताया कि कान्हा और करन गहर्रा खुर्द निवासी परिचित बच्चू सिंह की नातिन की शादी में शामिल होने जा रहे थे। पुलिस पांचों युवकों को लेकर एसएन इमरजेंसी पहुंची थी। वहां चिकित्सकों ने सभी को मृत घोषित कर दिया।
सूचना पाकर सोनू, वकील, रामस्वरूप और भगवान दास के परिवार की महिलाएं भी एसएन पहुंची थीं। उन्हें म़ृत्यु की जानकारी नहीं दी थी।
एसएन में एक साथ चार लोगों के शव देखकर परिवार की महिलाओं में चीख-पुकार मच गई। वे बेहोश हो गईं। उनकी हालत बिगड़ती देख एसएन के स्टाफ का भी वहां आ गया।

हादसे में जान गंवाने वाले चारों लगाते थे फेरी, परिवार में मचा कोहराम
राहगीरों ने तड़पते देखकर घटना की जानकारी पुलिस को दी। इस पर सैंया, कागारौल थानों का फोर्स मौके पर पहुंच गया। इस हादसे में मरने वाले एक ही बाइक पर सवार चारों युवक फेरी लगाने का काम करते थे।
परिवार का पालन-पोषण का भार चारों युवकों पर ही था। परिवार की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं है और सभी फेरी लगाते थे। भगवान के दो बच्चे हैं, रामस्वरूप के तीन और वकील के चार बच्चे हैं।
किसी के पास खेत नहीं है और परिवार के पास आय का अन्य कोई साधन भी नहीं है। घर के कमाने वालों की मृत्यु से परिवार के सामने आर्थिक संकट खड़ा हो गया है। देर रात उनके परिजन एसएन इमरजेंसी पहुंचे तो उनके चीख पुकार एवं हंगामे से कानून-व्यवस्था की स्थिति उपजी।
तनाव को देखते हुए अतिरिक्त पुलिस बल मौके पर पहुंच गया। एसीपी देवेश कुमार ने बताया कि घटनास्थल पर पांच लोगों की मौत हो चुकी थी, जबकि घायल कन्हैया को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
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