पटना : बिहार के उपमुख्यमंत्री और वित्त मंत्री सम्राट चौधरी आज यानी तीन मार्च को विधानसभा में बजट पेश कर सकते हैं। वित्त मंत्री सुबह 11 बजे विधानसभा में बजट पेश करेंगे। जानकार सूत्रों का मानना है कि चुनावी वर्ष में रोजगार, सड़क, ग्रामीण विकास और कृषि पर सरकार का विशेष ध्यान होगा। बिहार मैं आगामी वित्तीय वर्ष 2025-2026 को ध्यान में रखते हुए वार्षिक बजट आज दोनों सदनों में पेश किया जाएगा। चुनावी वर्ष होने के कारण संभावना इस बात की जतायी जा रही है कि बजट का आकार पिछले बजट की तुलना में अधिक होगा। अर्थशास्त्र के जानकारी के मुताबिक, इस बार का बजट तीन लाख करोड़ रुपए से अधिक का हो सकता है। सम्राट चौधरी दूसरी बार बिहार का बजट पेश करेंगे।
बिहार सरकार के लिए रोजगार उपलब्ध कराना बड़ी चुनौती
बिहार सरकार के लिए रोजगार उपलब्ध कराना बड़ी चुनौती बनी हुई है। जिसको ध्यान में रखते हुए कयास यह लगाया जा रहा है कि सरकार का सबसे अधिक ध्यान युवाओं को रोजगार माहिया करने पर होगा। उसके बाद गांव के विकास के लिए चलाई जा रही योजनाओं के मध्य में पैसा दिया जा सकता है। कृषि और सड़क निर्माण पर भी सरकार के बजट में विशेष प्रोविजन किया जा सकता है। सरकार के वित्त विभाग ने विशेष पहल करते हुए बजट को सदन के सामने रखने से पहले कई स्तरों पर आर्थिक मामलों के जानकारों से उद्योग जगत से जुड़े लोगों से कृषि के क्षेत्र में काम कर रहे हैं।
वर्तमान वित्तीय वर्ष यानी चालू बजट का आकार 2.79 करोड़ रुपए है
आपको बता दें कि वर्तमान वित्तीय वर्ष यानी चालू बजट का आकार 2.79 करोड़ रुपए है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार के तकरीबन सभी जिलों का द्वारा अपनी प्रगति यात्रा के दौरान किया है तो यह भी माना जा रहा है कि इस दौरान मुख्यमंत्री द्वारा की गई महत्वपूर्ण घोषणाओं को भी बजट का हिस्सा बनाया जाएगा। कौशल विकास के सेक्टर में भी राज्य सरकार बेहद गंभीरता से काम करने का मन बना चुकी है। जानकारी यह भी मिल रही है कि कौशल विकास के क्षेत्र में भी राज्य सरकार बजट में विशेष प्रावधान कर सकती है। राज्य के बजट में आधारभूत संरचनाओं के विकास के क्षेत्र में काम करने के लिए विशेष प्रावधान पर भी विचार किया जा सकता है। यह भी आर्थिक मामलों की जानकारी का दावा है।
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बाढ़ ग्रस्त इलाकों के पुनरुत्थान लिए भी बजट में जगह देखने को मिल सकता है
इसके अलावा सूबे में कानून व्यवस्था को दुरुस्त रखने के लिए और पुलिस महकमें को अत्याधुनिक सुविधा उपलब्ध कराने के लिए बजट में अतिरिक्त धनराशि आवंटित की जा सकती है। राज्य सरकार जिन अन्य विभागों पर विशेष तवज्जों दे सकती है। उसमें प्राथमिकता सूची के आधार पर स्वास्थ्य विभाग, शिक्षा विभाग, सिंचाई विभाग और कला संस्कृति विभाग शामिल है। आर्थिक मामलों की जानकारी यह भी बताते हैं कि इस बार के बजट में सरकार के खजाने को अधिक बनाने के लिए केंद्रीय कर द्वारा मिलने वाले केंद्रांश में भी बढ़ोतरी की उम्मीद है। एक जानकारी यह भी मिल रही है कि करीब 13 हजार करोड़ से अधिक रुपए ऋण मुक्ति ब्याज के तौर पर भी राज्य को हासिल हो सकता है जिसके लिए भी बजट में चर्चा की जा सकती है। बाढ़ ग्रस्त इलाकों के पुनरुत्थान लिए भी बजट में जगह देखने को मिल सकता है।
डबल इंजन की सरकार में बिहार विकसित राज्य बनकर रहेगा – नीरज कुमार
भाजपा प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा कि बिहार के वित्त मंत्री व डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी की कुशल वित्तीय प्रबंधन के कारण बिहार के बजट का आकार तीन लाख करोड़ रुपए से अधिक का होने जा रहा है। जहां लालू प्रसाद यादव और राबड़ी यादव राज्य में बिहार की बजट का आकार मात्र 22 हजार करोड़ रुपया हुआ करता था। बिहार का ग्रोथ रेट लगातार डबल डिजिट में है। डबल इंजन की सरकार में बिहार विकसित राज्य बनकर रहेगा।

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विवेक रंजन की रिपोर्ट
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