डिजिटल डेस्क: Cryptocurrency Fraud में CBI ने वांछित अमेरिकी अपराधी को केरल से दबोचा। Cryptocurrency Fraud के लाखों करोड़ रुपये के एक अंतरराष्ट्रीय आपराधिक मामले में वांछित अमेरिका के कुख्यात अपराधी को CBI (केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो) ने केरल से गिरफ्तार किया है।
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Cryptocurrency Fraud के इस गिरफ्तार किंगपिन का नाम एलेक्सेज बेसिओकोव बताया गया है। बताया जा रहा है कि गिरफ्तार किया गया एलेक्सेज बेसिओकोव मूलरूप से लिथुआनिया का रहने वाला है और कई मामलों में अमेरिका का वांछित है।
Crypto क्रिमिनल को CBI ने यूं दबोचा…
प्राप्त जानकारी के मुताबिक, Cryptocurrency Fraud मामले में CBI और केरल पुलिस ने अंतरराष्ट्रीय पुलिस सहयोग इकाई की सहायता से तिरुवनंतपुरम से वांछित Cryptocurrency अपराधी एलेक्सेज बेसिओकोव नाम के शख्स को दबोचा है।
यह Cryptocurrency अपराधी कई मामलों में अमेरिका का वांछित है। लाखों करोड़ रुपये के मनी लॉन्ड्रिंग को अंजाम दे चुका है। भारत से भी इसके भागने से पहले ही एजेंसियों ने उसे गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी को अब पटियाला हाउस कोर्ट में पेश किया जाएगा।
CBI अधिकारियों से मिली जानकारी के मुताबिक, Cryptocurrency अपराधी एलेक्सेज के संबंध में अमेरिका से अनुरोध मिला था। उसके बाद विदेश मंत्रालय ने प्रत्यर्पण अधिनियम- 1962 के तहत बीते 10 मार्च को दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट से एक गिरफ्तारी वारंट जारी करवाया।
उसके बाद आईपीसीयू और CBI ने भगोड़े कुख्यात Cryptocurrency अपराधी एलेक्सेज बेसिओकोव की गिरफ्तारी के लिए केरल पुलिस के साथ समन्वय किया। अब केरल पुलिस उसे पटियाला हाउस कोर्ट के समक्ष पेश करेगी।

8 लाख करोड़ से अधिक का किया Cryptocurrency अपराध
प्राप्त जानकारी के मुताबिक, गिरफ्तार कुख्यात Cryptocurrency के अपराधी एलेक्सेज पर अमेरिका में बड़े पैमाने पर Cryptocurrency के धोखाधड़ी का आरोप है। उसने बिना लाइसेंस Cryptocurrency एक्सचेंज गारंटेक्स की स्थापना की थी। लगभग 6 वर्षों तक इसका संचालन किया।
आरोप के मुताबिक रैनसमवेयर, कंप्यूटर हैकिंग और नशीले पदार्थों से होने वाली आपराधिक कमाई को Cryptocurrency में निवेश के नाम पर एलेक्सेज ने गारंटेक्स के माध्यम से लूटी।
यूएस सीक्रेट सर्विस के दस्तावेजों के मुताबिक बेसिओकोव ने अंतरराष्ट्रीय आपराधिक संगठनों के Cryptocurrency लेनदेन में लगभग 96 बिलियन डॉलर (8 लाख करोड़ रुपये से अधिक) की मनी लॉन्ड्रिंग की।
गारेंटेक्स को आपराधिक आय के रूप में करोड़ों डॉलर की धनराशि मिली। इसका इस्तेमाल हैकिंग, रैनसमवेयर, आतंकवाद और मादक पदार्थों की तस्करी जैसे अपराधों में किया गया।

गिरफ्तार एलेक्सेज की Cryptocurrency क्राइम की दास्तां एकनजर में
CBI और यूएस सीक्रेट सर्विस के दस्तावेजों के मुताबिक, केरल से दबोचे गए इस कुख्यात Cryptocurrency अपराधी के क्रिप्टो फ्रॉड का काली दुनिया की किस्सा भी रोचक है। गिरफ्तार किया गया यह Cryptocurrency के ठग एलेक्सेज यूनाइटेड स्टेट्स कोड के शीर्षक 18 का उल्लंघन कर मनी लॉन्ड्रिंग, यूएस इंटरनेशनल इमरजेंसी इकोनॉमिक पॉवर्स एक्ट का उल्लंघन और बिना लाइसेंस के मनी सर्विसेज बिजनेस चलाने का आरोपी है।
इस गिरफ्तार अंतरराष्ट्रीय Cryptocurrency Fraud के आरोपी के खिलाफ वर्जीनिया के पूर्वी जिला न्यायालय में मुकदमा चल रहा है। उस मामले में भी उसकी तलाश थी। साल 2021 से 2024 के बीच ‘गारंटेक्स’ ने ब्लैक बस्ता, प्ले और कॉन्टी रैनसमवेयर समूहों से प्राप्त लाखों अमेरिकी डॉलर की लूट की।
कुल 8 लाख करोड़ रुपये से अधिक की Cryptocurrency Fraud के अपराध को अंजाम देने के बाद सुरक्षा एजेंसियों के नजर में धूल झोंककर यह आरोपी लगातार भागता फिर रहा था। भारत में भी इसने ऐसी महफूज जगह तलाशी जहां जल्दी किसी की नजर नहीं जाती।
फिर भी अंतरराष्ट्रीय पुलिस के समन्वय से जानकारी मिलते ही CBI ने अपने मुखबिरी के नेटवर्क को इसकी तलाश में लगाया तो इसके छिपने के ठिकाने का पता चला। फिर भारी गोपनीयता से इसकी गिरफ्तारी के ऑपरेशन को संचालित किया गया और अब इसे दबोच लिया गया है।