चक्रधरपुर : नक्सली हमले में बाल-बाल बचे पूर्व विधायक गुरुचरण नायक से मिलने जा रहे पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी के काफिले को पहले पुलिस ने रोक दिया. फिर समर्थकों के द्वारा नारेबाजी होने के बाद पुलिस ने उन्हें जाने की अनुमति दी. मामला पश्चिमी सिंहभूम जिले के सोनुआ की है. बताया जा रहा है कि पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल अपने काफिले के साथ चक्रधरपुर जा रहे थे उसी दौरान पुलिस ने उन्हें रोक दिया. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पुलिस ने सुरक्षा कारणों के कारण बाबूलाल के काफिला को रोका था. उसी दरमियान बीजेपी के समर्थकों और कार्यकर्ताओं ने बाबूलाल के काफिले को रोके जाने पर सड़क जाम कर दिया. उसके बाद नेताओं ने नारेबाजी शुरू कर दिया.
बता दें कि नेता विधायकदल एवं पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी आज रांची से चक्रधरपुर के लिये रवाना हुए थे. बाबूलाल मरांडी घटना स्थल का दौरा करेंगे. राज्य के बिगड़ते हालात और कानून व्यवस्था पर भाजपा आज सभी 513 मंडलों में राज्य सरकार का पुतला दहन करेगी. भाजपा के प्रदेश महामंत्री आदित्य साहू ने बताया कि भाजपा राज्य की बिगड़ती कानून व्यवस्था से चिंतित है.
गौरतलब है कि पश्चिमी सिंहभूम के गोईलकेरा थाना क्षेत्र के झीलरुआं में मंगलवार शाम नक्सलियों ने भाजपा के पूर्व विधायक गुरुचरण नायक पर हमला कर दिया था. इस हमले में पूर्व विधायक तो बाल-बल बच गए लेकिन उनके दो बॉडीगार्ड शहीद हो गए. शहीदों में ठाकुर हेम्ब्रम और शंकर नायक शामिल है. एक बॉडीगार्ड राम कुमार टुडू बच निकला. तीनों झारखंड पुलिस के हैं. नक्सली हमले के पहले स्कूल में फुटबॉल मैच चल रहा था. उसके पुरस्कार वितरण समारोह में भाग लेने के लिए पूर्व विधायक वहां गये थे.
रिपोर्ट : सुजीत दूबे