रांची: 170वें हूल दिवस के अवसर पर भोगनाडीह में आयोजित सरकारी कार्यक्रम के दौरान उत्पन्न हुए विवाद पर झारखंड मुक्ति मोर्चा के वरिष्ठ नेता और पूर्व सांसद हेमलाल मुर्मू ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि यह सरकारी कार्यक्रम है, जिसे बाधित करने का किसी को अधिकार नहीं है।
हेमलाल मुर्मू ने स्पष्ट रूप से कहा कि कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा कार्यक्रम को रोकने का प्रयास किया गया, जो दुर्भाग्यपूर्ण और निंदनीय है। उन्होंने बताया कि एक दिन पहले से ही कुछ लोगों द्वारा बैरिकेडिंग और अवरोधक लगाए जा रहे थे ताकि कार्यक्रम को बाधित किया जा सके।
उन्होंने आरोप लगाया कि कार्यक्रम में शामिल रूपचंद नामक एक युवक को धमकी दी गई कि अगर वह सरकारी आयोजन में शामिल होगा, तो उसे गंभीर परिणाम भुगतने होंगे।
इस घटना में दो पुलिसकर्मी घायल भी हुए हैं, जिनमें से एक को कुल्हाड़ी और दूसरे को तीर लगा है।
हेमलाल मुर्मू ने इसे एक खतरनाक मानसिकता का परिचायक बताया और कहा कि सरकारी कार्यक्रम को रोकने की यह कोशिश सीधा लोकतांत्रिक व्यवस्था पर हमला है। उन्होंने ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की मांग की है।