रांची: राजधानी रांची के नामकुम पावर ग्रिड में सोमवार की रात एक हाई-प्रोफाइल डकैती की सनसनीखेज वारदात सामने आई है। हथियारों से लैस अपराधियों ने बिजलीकर्मियों और सुरक्षा प्रहरियों को बंधक बनाकर करीब 15.91 लाख रुपये मूल्य के कॉपर वायर और महंगे उपकरण लूट लिए। यह घटना राज्य के इतिहास में पहली बार दर्ज हुई है, जब किसी बिजली ग्रिड को अपराधियों ने ढाई घंटे तक पूरी तरह कब्जे में रखकर लूट को अंजाम दिया।
कैसे घुसे अपराधी?
रात करीब 10 बजे, 20 से 40 वर्ष आयु वर्ग के करीब आधा दर्जन अपराधी उत्तर दिशा में टूटी हुई चहारदीवारी फांदकर ग्रिड के भीतर दाखिल हुए। उनके पास कट्टा, लोहे की रॉड और अन्य धारदार हथियार थे।
कैसे हुई वारदात?
सबसे पहले कंट्रोल रूम के गेट पर मौजूद दो जवानों को कब्जे में लिया गया।
फिर चार बिजलीकर्मियों — अयोध्या प्रसाद, विनय करमाली, कोसलेस कुमार और लल्लू भाई पटेल को बंधक बनाकर उनके मोबाइल छीन लिए गए।
जेई कार्यालय का ताला तोड़कर सभी को एक कमरे में बंद कर दिया गया।
इसके बाद अपराधियों ने केंद्रीय भंडार, कंट्रोल रूम और आठ स्टोर रूम के ताले काटकर जमकर लूटपाट की।
पूरी कार्रवाई रात 12:30 बजे तक चली।
जाते-जाते दी चेतावनी
लूटपाट के बाद अपराधियों ने सभी बंधकों को मोबाइल लौटाते हुए मुक्त कर दिया, लेकिन अपनी पहचान जाहिर नहीं करने की सख्त चेतावनी दी और फरार हो गए।
पुलिस जांच शुरू
घटना की जानकारी मिलते ही मंगलवार सुबह करीब 11 बजे डीएसपी मुख्यालय प्रथम अमर कुमार पांडेय, नामकुम थाना पुलिस और तकनीकी जांच टीम मौके पर पहुंची। ग्रिड में मौजूद शिफ्ट इंचार्ज अयोध्या प्रसाद की लिखित शिकायत पर नामकुम थाना में प्राथमिकी दर्ज की गई है।
सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल
इस डकैती ने पावर ग्रिड जैसी अति-संवेदनशील संरचनाओं की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। मुख्य गेट पर तैनात होमगार्ड के पास हथियार नहीं थे, जो अपराधियों के आसानी से घुसने का बड़ा कारण माना जा रहा है।
पुलिस अब घटनास्थल के सीसीटीवी फुटेज और अन्य तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर अपराधियों की पहचान में जुट गई है।