रांची:JSSC CGL के पेपर लीक मामले में राज्य की न्यायपालिका का रुख सख्त बना हुआ है। झारखंड हाईकोर्ट ने इस मामले की सुनवाई अब 19 अगस्त को निर्धारित की है। याचिकाकर्ताओं ने इस प्रकरण की जांच सीबीआई से कराने की मांग की है।
मंगलवार को यह मामला कोर्ट में सूचीबद्ध था, लेकिन सुनवाई नहीं हो सकी। पिछली सुनवाई में राज्य सरकार की ओर से बताया गया था कि मामले में कई अभियुक्तों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की जा चुकी है और सीआईडी की जांच अंतिम चरण में है।
फिलहाल हाईकोर्ट ने JSSC CGL परीक्षा के परिणामों पर रोक लगा रखी है। यह रोक तब तक प्रभावी रहेगी जब तक मामले की अगली सुनवाई नहीं होती। इस निर्णय से हजारों परीक्षार्थी रिजल्ट के इंतजार में हैं, लेकिन न्यायालय का ध्यान इस समय पेपर लीक के गंभीर आरोपों की निष्पक्ष जांच की दिशा में केंद्रित है।
इधर, झारखंड लोक सेवा आयोग (JPSC) की पहली सिविल सेवा नियुक्ति से संबंधित बहुचर्चित घोटाले में भी कानूनी प्रक्रिया जारी है। चार चार्जशीटेड आरोपियों—रवींद्र गगराई, डॉ. ज्योति कुमार सिन्हा, विजेंद्र कुमार और राजेश कुमार सिंह—की ओर से कोर्ट में पेशी से छूट की अर्जी दाखिल की गई थी।
इस याचिका पर मंगलवार को सीबीआई की विशेष अदालत में आंशिक सुनवाई हुई। आरोपियों ने जवाब दाखिल करने के लिए समय मांगा, जिसे स्वीकार करते हुए अदालत ने अगली सुनवाई की तारीख 4 अगस्त निर्धारित की है।
यह मामला राज्य की प्रतिष्ठित नियुक्ति प्रक्रिया से जुड़ा है, जिस पर गंभीर आरोप और अनियमितताएं सामने आने के बाद सीबीआई जांच की गई थी।