लातेहार : जिले के गारू थाना क्षेत्र अंतर्गत महुआडाबर निवासी आर्मी का रिटायर्ड 70 वर्षीय कॉर्नलिउस बखला पिछले चार साल से लापता है.
Highlights
परिजनों के द्वारा काफी खोजबीन किये जाने के बाद भी अब तक जवान का कोई सुराग नहीं मिला है.
जिससे परिजनों के ऊपर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है.
इस संबंध में लापता जवान की पत्नी फ्रांसिस्का बखला ने बताया कि आर्मी से रिटायर्ड होने के बाद वे घर पर ही रहा करते थे. इस बीच उनकी मानसिक स्थिति खराब हो गयी. काफी इलाज करवाने के बाद भी वे ठीक नहीं हुए. उन्होंने बताया कि एक दिन अचानक घर में बिना किसी को बताए घर से निकल गई. उसके बाद से अब तक उनका कोई पता नहीं है. हमने लापता की रिपोर्ट गारू थाना में दर्ज करवाई है. लेकिन सालों बाद भी कुछ पता नहीं लग पाया है.
परिवार को नहीं मिल रहा पेंशन
जवान की पत्नी ने बताया कि लापता होने के बाद कॉर्नलिउस बखला के बैंक खाता के माध्यम से प्राप्त
हो रही पेंशन की राशि भी बंद कर दी है.
जिससे दो बच्चों की पढ़ाई अधड़ में अटक गई है.
उनका भविष्य अब अंधकार में जाता हुआ दिख रहा है. घर की स्थिति भी बेहद ख़राब है.
किसी तरह मजदूरी कर दो वक्त की रोटी का जुगाड़ तो हो जा रहा है, लेकिन आगे का जीवन चलाना
काफी मुश्किलों भरा हो सकता है. अगर तत्काल पेंशन की राशि शुरू कर दी जाती है
तो काफी हद तक मुश्किलों से निजात मिल जाएगी.
परिवार की आर्थिक स्थिति खराब
लापता रिटायर्ड जवान के पुत्र पंकज बखला ने बताया कि हमलोग पिता के पेंशन पर पूरी तरह आधारित थे.
लेकिन पेंशन नहीं मिलने से घर की आर्थिक स्थिति बेहद खराब है.
पंकज ने सरकार से मदद की गुहार लगाते हुए कहा कि अगर पेंशन शुरू कर दी जाती
है तो हमलोगों को काफी हद तक राहत मिल जाएगी.
मिट्टी के घर में गुजर बसर कर रहा पूरा परिवार
बता दें कि आर्मी से रिटायर्ड जवान का पूरा परिवार मिट्टी के घर में गुजर बसर कर रहा है.
घर का ख़र्च बड़ा बेटा पंकज के जिम्मे है.
वह किसी तरह घरवालों की पेट भर रहा है.
ऐसे में सरकारी तंत्र को तत्काल गंभीरता दिखाते हुए परिवार को पेंशन राशि मुहैया कराने में मदद करने की जरूरत है
. चुकी अगर देश की सेवा करने वाला एक रिटायर्ड आर्मी जवान का परिवार तंगहाली में जीवन यापन कर रहा है,
तो लातेहार जिले के लिए बहुत बड़ी विडंबना है.
रिपोर्ट : गोपी