PM Modi Independence Day 2025 Speech
नई दिल्ली: स्वतंत्रता दिवस 2025 पर लाल किले से राष्ट्र को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि देश को आगे बढ़ाने के लिए हमें अपनी ऊर्जा “किसी की लकीर छोटी करने” में नहीं, बल्कि “अपनी लकीर लंबी करने” में लगानी चाहिए। उन्होंने 25 साल के प्रशासनिक अनुभव का हवाला देते हुए कहा कि यदि हर नागरिक और राजनीतिक दल इस दृष्टिकोण को अपनाएं तो कोई स्वार्थी शक्ति देश को पीछे नहीं खींच पाएगी।
पीएम मोदी ने बताया कि पिछले दशक में देश में रिफॉर्म-परफॉर्म-ट्रांसफॉर्म की नीति अपनाई गई है। एफडीआई, इंश्योरेंस, विदेशी विश्वविद्यालयों को भारत में आने की अनुमति, 4,000 से अधिक अनावश्यक कंप्लायंस खत्म करना और 1,500 से ज्यादा पुराने कानूनों को रद्द करना इसी का हिस्सा है। उन्होंने कहा कि इस बार संसद में एक बड़ा इनकम टैक्स रिफॉर्म हुआ है, जिसके तहत 280 से अधिक धाराएं समाप्त की गई हैं।
प्रधानमंत्री ने बताया कि फेसलेस असेसमेंट, 12 लाख रुपये तक आय पर टैक्स में छूट और 1 लाख रुपये तक इनकम टैक्स को जीरो कर देना मध्यम वर्ग के लिए बड़ी राहत है। उन्होंने कहा कि ब्रिटिश कालीन दंड संहिता को हटाकर न्याय संहिता लाई गई है, जो नागरिकों में विश्वास और संवेदनशीलता का भाव जगाती है।
पीएम मोदी ने कहा कि सरकार स्ट्रक्चरल, रेगुलेटरी, पॉलिसी, प्रोसेस और प्रोसीजरल—हर स्तर पर रिफॉर्म्स कर रही है। इसके लिए नेक्स्ट जेनरेशन रिफॉर्म्स टास्क फोर्स गठित की गई है, जो 21वीं सदी और 2047 के ‘विकसित भारत’ के लक्ष्य के अनुरूप नए नियम-कानून तैयार करेगी।
प्रधानमंत्री ने कहा कि इन सुधारों से स्टार्टअप, लघु उद्योग, गृह उद्योग और उद्यमियों की कंप्लायंस कॉस्ट घटेगी, जिससे उन्हें लॉजिस्टिक और प्रशासनिक मदद मिलेगी और वैश्विक बाजार में प्रतिस्पर्धा की नई ताकत प्राप्त होगी।