रांची: झारखंड के शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन के निधन के बाद पूरे राज्य में शोक की लहर दौड़ गई है। शनिवार को उनका पार्थिव शरीर रांची एयरपोर्ट से विधानसभा परिसर लाया गया, जहां श्रद्धांजलि देने के लिए नेताओं और कार्यकर्ताओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। मुक्ति वाहन पर जब उनका पार्थिव शरीर पहुंचा, तो माहौल गमगीन हो उठा और उपस्थित सभी की आंखें नम हो गईं।
सबसे पहले राज्यपाल ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष रवींद्रनाथ महतो, संसदीय कार्य मंत्री राधाकृष्ण किशोर, नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी, पूर्व मंत्री बंधु तिर्की और अन्य नेताओं ने उन्हें नमन किया। इस मौके पर जेएमएम, कांग्रेस, भाजपा और विभिन्न राजनीतिक दलों के नेता एवं कार्यकर्ता बड़ी संख्या में मौजूद रहे।
राज्यपाल और मंत्रियों के अलावा, पूर्व मंत्री मिथिलेश ठाकुर, सांसद महुआ मांझी, कुणाल सरांगी और पूर्व भाजपा अध्यक्ष रविंद्र राय समेत कई नेताओं ने भी अंतिम दर्शन किए। पूरे विधानसभा परिसर में “रामदास सोरेन अमर रहें” के नारों के बीच पार्थिव शरीर को तिरंगे में लपेटा गया और उन्हें अंतिम सलामी दी गई।
रामदास सोरेन को उनकी सादगी और सहज स्वभाव के लिए हमेशा याद किया जाएगा। अलग झारखंड राज्य आंदोलन में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही थी और वे लगातार तीन बार विधायक निर्वाचित हुए। उनके निधन को राजनीतिक दलों ने अपूरणीय क्षति बताया है। श्रद्धांजलि कार्यक्रम के बाद उनका पार्थिव शरीर घाटशिला के मऊ भंडार मैदान ले जाया जाएगा।