हजारीबाग. हजारीबाग गौशाला कार्यकारिणी की बैठक गुरुवार संध्या नगर कार्यालय में आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता उपाध्यक्ष धीरेन सेठी तथा संचालन सचिव श्रद्धानंद सिंह ने की। बैठक में पूर्व निर्णयों की पुष्टि के साथ ही आगामी गोपाष्टमी मेला (30 अक्टूबर) को भव्य और सफल बनाने की रणनीतियों पर विस्तार से चर्चा हुई। बैठक में कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर निर्णय लिए गए।
गौशाला की श्रम शक्ति को स्मार्ट श्रम शक्ति में बदलने के लिए आधुनिक उपकरणों के उपयोग और कर्मियों की संख्या बढ़ाने का प्रस्ताव सर्वसम्मति से पारित किया गया। इस पहल से गौशाला की कार्यक्षमता में सुधार के साथ ही व्यवस्थाओं को और सुव्यवस्थित बनाने में मदद मिलेगी। मेला की तैयारियों के तहत गौशाला का रंग-रोगन, मरम्मत और महाप्रसाद वितरण सहित सभी व्यवस्थाओं पर ध्यान देने का निर्णय लिया गया।
आगंतुक अतिथियों का स्वागत और निमंत्रण वितरण भी समय पर सुनिश्चित किया जाएगा। दानदाता, शुभचिंतक और आसपास के गांवों के लोगों की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए दुर्गा पूजा के बाद से निमंत्रण देने और आमंत्रित व्यक्तियों की सूची तैयार करने की योजना बनाई गई। मेला को और अधिक आकर्षक बनाने के लिए सांस्कृतिक और मनोरंजक कार्यक्रमों की रूपरेखा तैयार की जाएगी।
इसके अतिरिक्त झूला, पारंपरिक शस्त्र, पुस्तकें और अन्य वस्तुओं की बिक्री के लिए स्थानीय लोगों को आमंत्रित किया जाएगा। गौशाला से संबंधित दान के लिए सूचना तैयार करने और दान पेटी का वितरण करने का भी निर्णय लिया गया है, जिसमें प्रति दान पेटी पांच सौ रुपये शुल्क निर्धारित किया गया है। बैठक में उपस्थित सदस्यों ने यह भी सुनिश्चित किया कि मेला हर वर्ग के लोगों के लिए मनोरंजन, ज्ञान, सांस्कृतिक जागरण और गो धाम का केन्द्र बने और हजारीबाग में इसे सामाजिक एवं सांस्कृतिक पर्व के रूप में यादगार बनाया जा सके।
कार्यकारिणी ने कहा कि सभी तैयारी समयबद्ध और व्यवस्थित रूप से की जाएंगी ताकि गोपाष्टमी मेला न केवल धार्मिक उत्सव का प्रतीक बने, बल्कि स्थानीय समुदाय के लिए एक सशक्त और सामूहिक आयोजन के रूप में भी स्थापित हो। बैठक में कोषाध्यक्ष बजरंग अग्रवाल, सदस्य राकेश कुमार, पवन राउत, अरविंद राणा, अभिषेक कुमार सहित अन्य उपस्थित थे।