नवादा नर्सिग होम संचालक बना हैवान, महादलित युवक की बेरहमी से की हत्या, जला कर साक्ष्य मिटाने का किया प्रयास
नवादा : नवादा जिले से एक सनसनीखेज मामला प्रकाश में आया है। जहां एक महादलित युवक को एक निजी अवैध नर्सिंग होम संचालक ने बेरहम तरीके से हत्या का आरोप लगाया है। मृतक की पत्नी ने थाने में दिए आवेदन में नर्सिंग होम संचालक पर कई गंभीर आरोप लगाया है। पूरा मामला नवादा जिले के सीतामढ़ी थाना क्षेत्र के जमुई ग्राम की है।
पति संतोष मांझी आस्था नर्सिंग होम में कंपाउंडर का काम करता था – पत्नी प्रतिमा
मृतका की पत्नी प्रतिमा देवी ने हिसुआ थाना में लिखित आवेदन देते हुए बताया कि उनका पति संतोष मांझी आस्था नर्सिंग होम में कंपाउंडर का काम करता था। जिसमें उसे 10 हजार महीने दिए जाते थे और संचालक के यहां कुल डेढ़ लाख रुपया बकाया हो गया था। जिसकी मांग मेरे पति द्वारा लगातार किया जा रहा था। इसके कारण पति ने अस्पताल जाने से मना कर दिया था, लेकिन विगत 30 जुलाई को वह मेरे पति को काम पर ले गया और अपने दूसरे नर्सिंग होम बस्ती बिगहा में रहने को बोला। जब वह गए तो मुझे फोन आया कि संतोष मांझी का राजगीर-हिसुआ पथ के दयाली मोड पर सड़क दुर्घटना हो गया है और वह जख्मी है।
नवादा नर्सिग होम संचालक ने मारपीट कर जहरीला इंजेक्शन दिया जिससे हुई मौत
प्रतिमा देवी ने बताया कि निर्भय मुझे अकेले आने की बात कहकर फोन काट दिया। इतने में मैं अस्पताल पहुंची तो वह आस्था अस्पताल में भर्ती था, जहां उनकी हालत गंभीर थी। उनका दोनों आंख फूटा हुआ था, सीने पर मारपीट के निशान थे। वे खून के उल्टी कर रहे थे। उन्होंने आरोप लगया कि दुर्घटना में हाथ पैर में रगड़ होता है, जख्म के निशान होते हैं, लेकिन कहीं कुछ निशान नहीं था। सिर्फ दोनों आंख फूटा हुआ था और सीने पर मारपीट के निशान थे। उन्हें निर्भय कुमार और उसके कंपाउंडर शंकर कुमार ने क्लीनिक में हीं बेरहमी से हत्या के उद्देश्य से मारपीट किया। जब मेरे पति हमें इशारे कर रहे थे तो निर्भय कुमार द्वारा जहरीले इंजेक्शन लगा दिया। जिससे वे बेहोश हो गए। इसके बाद हम लोगों को बताये बगैर वह नवादा के बुधौल स्थित निजी क्लीनिक मेडिकेयर हॉस्पिटल ले गए, जहां झूठी इलाज किया गया और इलाज के क्रम में उसकी मौत हो गई।
पुलिस पर देर से प्राथमिकी दर्ज करने का लगाया आरोप
हिसुआ थाने में दिए आवेदन में मृतक की पत्नी ने बताया कि अस्पताल संचालक और उसके कुछ आदमियों ने जबरदस्ती एंबुलेंस से शव को मेरे गांव में लाकर बिना पोस्टमार्टम कराए जला दिया। पति की तरह ही मुझे और मेरे परिवार की हत्या की धमकी दी। लगातार सीतामढ़ी और हिसुआ थाने की चक्कर काटती रही, लेकिन किसी ने मुकदमा दर्ज नहीं किया। फिर हमने हिसुआ डीएसपी और नवादा एसपी से शिकायत की, जिसके बाद हिसुआ डीएसपी के निर्देश पर हिसुआ थाना में मामलादर्ज किया गया है। उन्होंने बताया कि निर्भय कुमार के पास हीं मेरे पति का मोटरसाइकिल और मोबाइल भी है, जिसे वह लापता किए हुए है।
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अनिल कुमार की रिपोर्ट
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