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Hazaribagh : हजारीबाग की स्वास्थ्य व्यवस्था को सुदृढ़ करने और शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल पर बढ़ते बोझ को कम करने के उद्देश्य से शुक्रवार को हजारीबाग लोकसभा क्षेत्र के सांसद मनीष जायसवाल के हजारीबाग संसदीय क्षेत्र के सांसद मीडिया प्रतिनिधि रंजन चौधरी ने हजारीबाग उपायुक्त शशि प्रकाश सिंह को एक मांग पत्र सौंपा है। इस पत्र में उन्होंने शहर के नए समाहरणालय के बगल में निर्मित 100 बेड के कोविड अस्पताल को वैकल्पिक व्यवस्था के तौर पर उपयोग में लाने का मांग किया है, ताकि मेडिकल कॉलेज अस्पताल में मरीजों की भीड़ को नियंत्रित किया जा सके।
वर्तमान में हजारीबाग का शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज जो प्रमंडलीय सदर अस्पताल परिसर में ही संचालित हो रहा है। वर्तमान समय में यह अस्पताल प्रमंडल भर के मरीजों का लाइफलाइन माना जाता है। नतीजतन अस्पताल में मरीजों की संख्या उसकी क्षमता से कहीं अधिक है। सांसद मीडिया प्रतिनिधि रंजन चौधरी ने उपायुक्त शशि प्रकाश सिंह को सौंपे गए अपने पत्र में बताया कि अस्पताल में लगभग 300 बेड हैं, जिनमें से लेबर रूम में 30, मैटरनिटी वार्ड में 38 और शिशु वार्ड में 28 बेड हैं। ये वार्ड अत्यधिक संवेदनशील होने के बावजूद यहां क्षमता से अधिक मरीज होने के कारण अक्सर बेड की कमी, भीड़-भाड़ और असुविधा की स्थिति बनी रहती है।
Hazaribagh : सांसद मीडिया प्रतिनिधि रंजन चौधरी ने नया समाहरणालय के बगल में तैयार आधारभूत संरचना को वैकल्पिक हॉस्पिटल के रूप में उपयोग करने का किया मांग
सांसद मीडिया प्रतिनिधि रंजन चौधरी ने उपायुक्त शशि प्रकाश सिंह से आग्रह किया कि नया समाहरणालय के पास लगभग 8 करोड़ रुपये की लागत से बना 100 बेड का कोविड अस्पताल फिलहाल उपयोग में नहीं लाया जा रहा है। अगर इस नवनिर्मित अस्पताल को वैकल्पिक केंद्र के रूप में इस्तेमाल किया जाए तो यह हजारीबाग की स्वास्थ्य प्रणाली के लिए एक बड़ी राहत और वरदान साबित हो सकता है।
उन्होंने मेडिकल कॉलेज के लेबर रूम, मैटरनिटी वार्ड और शिशु वार्ड को इस नए अस्पताल में स्थानांतरित करने का प्रस्ताव रखा है। सांसद मीडिया प्रतिनिधि रंजन चौधरी का मानना है कि ऐसा करने से न केवल मुख्य मेडिकल कॉलेज अस्पताल का भार कम होगा, बल्कि जच्चा-बच्चा को एक स्वच्छ और सुरक्षित वातावरण भी मिल पाएगा।
इस व्यवस्था को कार्यान्वित करने के लिए नए अस्पताल में केवल एक ऑपरेशन थिएटर और शिशु वार्ड के लिए कुछ आवश्यक उपकरणों सहित चिकित्सक और चिकित्सा कर्मी की आवश्यकता होगी। श्री चौधरी ने आग्रह किया कि इन ज़रूरतों को डीएमएफटी (डिस्ट्रिक्ट मिनरल फाउंडेशन ट्रस्ट) मद से और राज्य सरकार के स्वास्थ्य विभाग से आग्रह करके पूरा किया जा सकता है।
सांसद मीडिया प्रतिनिधि रंजन चौधरी ने उपायुक्त शशि प्रकाश सिंह से इस जनहितैषी मांग पर गंभीरता से विचार करने का अनुरोध किया है।
शशांक शेखर की रिपोर्ट–