लाठी-डंडा हाथ में लेकर सरकार से रोजगार की मांग करते युवा
Nalanda-लाठी-डंडा हाथ में लेकर सरकार से रोजगार की मांग करते युवा –बिहार की पहचान उसके अजूबेपन से रही है,
यही अजूबापन कई बार इस देश को राह दिखला चुका है. लगता है एक बार फिर से इन
बिहारी युवाओं ने सिस्टम को राह दिखलाने की ठानी है.
जी हां, हम बात कर रहे हैं, नांलदा जिले के बिहटा-सरमेरा मार्ग की, दरअसल जिन युवाओं के हाथ में किताब-कॉपी होनी
चाहिए थी. देश का मुकद्दर होना चाहिए था, वह युवा जो इस देश का भविष्य है. आज वे लाठी-डंडा हाथों
में लेकर सड़क पर उतर कर इस देश के कर्णधारों से रोजगार की मांग कर रहें है.
राज्य और केन्द्र सरकार से रोजगार देने की जवाबदेही तय करने की मांग कर रहे हैं.
दरअसल इन युवाओं का गुस्सा सरकार की कथित रोजगार विरोधी नीतियों को लेकर हैं.
युवाओं का कहना है कि कई महीनों से आर्मी, बैंक और अन्य सार्वजनिक संस्थानों के द्वारा कोई वैकेंसी नहीं निकाली जा रही है.
जबकि इधर उम्र पार करती जा रही है. इसको लेकर युवाओं में मायूसी बढ़ती जा रही है.
वैकेंसी के अभाव में उनकी सारी तैयारी बेकार जा रही है.
यदि यही हालत रही तो वह दिन दूर नहीं जब हर बिहारी युवा के हाथों में लाठी-डंडा नजर आयेगा.
रिपोर्ट- रजनीश
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