पटना : जातीय जनगणना पर संजय जायसवाल के बयान पर बिहार में गरमाई सियासत- बिहार में
Highlights
एक बार फिर सियासत गरमा गई है. जातीय जनगणना पर साथ देने के बाद
बीजेपी ने इसका विरोध शुरू कर दिया है.
दरअसल बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष संजय जयसवाल ने कहा था कि
सीमांचल के इलाकों में बांग्लादेशी और रोहिंग्या की गणना ना हो.
अब उनके इस बयान पर सत्ता पक्ष और विपक्ष ने बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष के बयान पर तंज कसा है.
मीडिया में कहने से कुछ नहीं होगा- जदयू

जदयू प्रवक्ता ने कहा कि बिहार में जातीय जनगणना होगी, इसको लेकर कल बैठक हुई और सभी ने सहमति भी.
यदि संजय जयसवाल को कुछ बताना था या कहना था तो अपने नेता से कहते या
कल मुख्यमंत्री के साथ हुई बैठक में कहते. इस तरीके से मीडिया में कहने से कुछ नहीं होगा.
जनगणना अभी शुरू भी नहीं हुई और बीजेपी अपनाने लगी हथकंडे- राजद

वहीं राजद ने भी तंज कसते हुए कहा कि जातीय जनगणना अभी शुरू भी नहीं हुई और बीजेपी हथकंडे अपनाने लगी. एक और जहां चीन भारत में कब्जा कर रहा है वहां पर यह लोग कुछ भी नहीं कह पाते. वहीं बिहार के लोगों पर सवाल उठा रहे हैं. जिन लोगों के पास प्रमाण होगा उनकी तो गणना होगी ही.
बांग्लादेशी और रोहिंग्या को लेकर संजय जायसवाल ने दिया था ये बयान
बता दें कि बिहार में जातीय जनगणना पर बीजेपी ने भले ही अपनी सहमति दे दी, लेकिन बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने मीडिया को जानकारी देते हुए और सरकार को आगाह करते हुए कहा कि इस गणना में इस बात का ख्याल रखा जाए कि सीमांचल के इलाक़े में बांग्लादेशी और रोहिंग्या की गणना ना हो. अगर ऐसा होता है तो इस आधार पर वो यहां की नगरिकता का दावा करेंगे. साथ ही बीजेपी ने ये भी कहा है कि मुसलमान में अगरी जाति के लोग पिछड़ी जाति में अपना नाम दर्ज ना कराए, इसका भी ख्याल रखना होगा.
मंत्री जीवेश मिश्रा ने बीजेपी अध्यक्ष का दिया साथ
प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल के बाद मंत्री जीवेश मिश्रा भी बीजेपी अध्यक्ष के साथ खड़े हैं. उनका कहना है कि संजय जायसवाल सही बोल रहे हैं कि दूसरे देश से आए लोगों की गिनती गलती से नहीं हो जाय. नहीं तो वे लोग भी इसी का फायदा उठाकर भारत की नागरिकता की मांग करेंगे.
1 जून को हुई थी जातीय जनगणना को लेकर बैठक
गौरतलब कि मुख्यमंत्री सचिवालय में जातीय जनगणना को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में सर्वदलीय बैठक हुई. बैठक में सभी दलों की ओर से जातीय जनगणना पर मुहर लगी. इस प्रकार जातीय जनगणना पर बनी संशय भी खत्म हो गया है.
बैठक के बाद नीतीश कुमार ने जानकारी देते हुए कहा कि सर्वदलीय बैठक में सर्वसम्मति के साथ बिहार में जातीय जनगणना कराने का फैसला लिया गया है. ऐसे में बहुत जल्दी कैबिनेट की बैठक होगी. इसके अलावा जातीय जनगणना कराने के लिए अधिकारियों और कर्मचारियों को ट्रेनिंग दी जाएगी.
रिपोर्ट: प्रणव राज