Ranchi–झारखंड के सरकारी कर्मियों को इस वर्ष अगस्त माह से पुरानी पेंशन स्कीम का एक बड़ा तोहफा मिलने जा रहा है. राजधानी रांची के मोरहाबाद मैदान में ओडिशा, तेलंगाना, उत्तर प्रदेश, बिहार और मध्यप्रदेश आए विभिन्न सरकारी कर्मचारियों संगठन के हजारों प्रतिनिधियों संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इसकी घोषणा की है.
यहां यह बता दें कि झारखंड में करीबन 1 लाख 10 हजार सरकारी कर्मी हैं. काफी अर्से से कर्मचारी संगठनों की नजर मुख्यमंत्री की इस घोषणा पर बनी हुई थी. यह मुद्दा जेएमएम के घोषणा पत्र का हिस्सा भी था.
अब करीबन ढाई वर्ष सरकार का संचालन करने के बाद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन इस अपने इस पुराने वादे को पूरा करने की घोषणा की है. देश के कई राज्यों ने पहले ही पुरानी पेंशन स्कीम को लागू करने की घोषणा कर दी है, अब इसी नक्शेकदम पर झारखंड भी चल पड़ा है, और सरकारी कर्मियों को एक बड़ा तोहफा मिला है. इस अवसर पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने मांडर विधान सभा में मिली जीत को लेकर बड़ी बात की. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि 2019 में यदि झारखंड में सत्ता का परिवर्तन नहीं हुआ होता, तब पता नहीं झारखंड की स्थिति कितनी खराब होती, चारों तरफ अव्यवस्था विरासत में मिली है. पिछले 20 वर्षों में किसी भी समस्या का समाधान नहीं किया गया. कई मुद्दों का समाधान करना है. हमारी कोशिश एक एक कर सभी समस्यायों का समाधान करने की है.