ROHTAS: रोहतास जिले के चेनारी प्रखंड में गुप्ताधाम मंदिर की गुफा में स्थित भगवान शिव की महिमा का बखान प्राचीनकाल से ही होता आ रहा है
. कैमूर पहाडियों के प्राकृतिक वादियों में स्थित इस गुफा में जलाभिषेक करने के बाद श्रद्धालुओं की सभी मनोकामना पूर्ण होने की मान्यता पूर्व से ही रही है.
बिहार, झारखंड बंगाल और उत्तर प्रदेश के श्रद्धालुओं का होता है आगमन
सावन महीने में रोहतास जिले ही नहीं बल्कि बिहार झारखंड उत्तर प्रदेश बंगाल सहित कई राज्य से श्रद्धालु आते हैं.
कैमूर पहाड़ी की गुफा में स्थित भगवान शिव का जलाभिषेक करने के लिए पहुंचते हैं.
दो वर्ष बाद जब कोरोना की रफ्तार कम हुई है तब भोलबाबा के जलाभिषेक के लिए फिर से भक्त पहुंच रहे हैं.
सावन में हजारों श्रद्धालु यहां पहुँचते हैं
बाबा के दर्शन के लिए पहाड़ी रास्तों को करना पड़ता है पार
हालांकि यहां पहुंचने के लिए इससे पहले शुगम रास्ते नहीं थे. पहाड़ी रास्ते से ही लोग पहुंचते रहे हैं.
लेकिन रोहतास जिलाधिकारी धर्मेंद्र कुमार तथा डीएफओ रोहतास के अथक प्रयास से गुप्ता धाम
तक श्रद्धालुओं को पहुंचने के लिए पहाड़ी इलाकों में बेहतर रास्ते बनाए गए हैं.
जिस कारण श्रद्धालु अब वाहन लेकर धाम तक पहुंचते हैं
हालांकि सावन में भीड़ तथा सुरक्षा की दृष्टि से धाम से पहले ही बड़े वाहनों पर वन विभाग ने प्रवेश पर रोक लगा दी है.
रास्ता को सुगम बनाने के बाद श्रद्धालुओं के आने की संख्या बढ़ी
गुप्ता धाम के महंत सह मुख्य पुजारी राजबली सिंह ने बताया कि भगवान शिव ने भस्मासुर के भक्ति से
खुश होकर उसे वरदान दिए थे कि जिसके सिर पर वह हाथ रखेगा वह भस्म हो जाएगा.
जिससे ऋषि-मुनियों में हाहाकार मच गया. वहीं भस्मासुर ने अपने इस वरदान को भगवान शंकर पर ही आजमाने की कोशिश की.
जहां भगवान ने भस्मासुर से बचने के लिए कैमूर पहाड़ी की इसी गुफा में शरण लिए,
और भगवान ने मोहिनी रूप धारण कर के भस्मासुर को भस्म कर दिए.
तब से गुप्ता धाम में श्रद्धालुओं की ताता बारहों मास लगा रहता है.
लेकिन शिवरात्रि तथा सावन के अवसर पर यहां अन्य प्रदेश से भी श्रद्धालु अपनी मनोकामना के लिए पहुंचते हैं.
गुप्ता धाम के व्यवस्थापक राम बचन सिंह ने बताया कि यहां श्रद्धालुओं की सुरक्षा व्यवस्था के लिए गुप्ता धाम कमेटी तत्पर है.
व्यवस्था की कमी की ओर सासाराम सांसद छेदी पासवान चेनारी विधायक मुरारी गौतम सहित पूर्व के अन्य कई विधायक का भी ध्यान नहीं है
जिस कारण गुप्ताधाम विकास से अभी कोसों दूर है. सांसद विधायक वादे किए हैं लेकिन निभाए नहीं.
जिसका परिणाम भी बाबा भोलेनाथ देते रहे हैं.
वही गुप्ता धाम विकास कमिटी के अध्यक्ष गोपाल खरवार ने कहा कि सावन मेले को लेकर
श्रद्धालुओं को परेशानी ना हो इसको लेकर कमेटी के वालंटियर पूरी तरह से तत्पर हैं
मोबाइल टावर नहीं होने से आपातकाल में सपर्क नहीं पाएगा
सरकार का ध्यान यहां आकर्षित करने की जरूरत है क्योंकि आज भी यहां मोबाइल नेटवर्क काम नहीं करता है
आपात स्थिति में 12 किलोमीटर पहाड़ी इलाकों से हटकर संपर्क करना पड़ता है जिस कारण लोगों को मुश्किल होती है
पर्यटक की दृष्टि से भी सरकार अगर गुप्ताधाम पहुंचने के लिए रोहतास जिला के अन्य क्षेत्रों से सड़क का निर्माण करा दें
तो यहां स्थानीय लोगों को रोजगार के अलावा सरकार के राजस्व की भी प्राप्ति होगी.