रांचीः झारखंड में कानून व्यवस्था की स्थिति बेहद खराब है,18 महीने में 28 सौ महिलाओं से बलात्कार की घटना हुई है, हालत यह है कि साहिबगंज की महिला थाना प्रभारी रुपा तिर्की की निर्मम हत्या कर दी जाती है और इस निर्मम हत्या को सत्ता की सह पर आत्म हत्या का रुप देने की कोशिश की गई।
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष व राज्यसभा सांसद दीपक प्रकाश ने राज्य में बलात्कार के आंकड़ों को पेश कर राज में कानून व्यवस्था की गिरती स्थिति पर राज सरकार पर आक्रामक तरीके से हमला बोला।
भाजपा पहले दिन से रुपा तिर्की के परिजनों के साथ न्याय की जंग में खड़ी रही
दीपक प्रकाश ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी शुरू से रुपा तिर्की मामले में न्याय की मांग कर रही थी। जिस तरह से पोस्टमार्टम में कोताही बरती गई, आनन-फानन में शव को परिजनोंं को सौंप दिया गया,उसी से मामले में सन्देह पैदा हो रहा था। 04 मई को ही भाजपा ने रुपा तिर्की मामले में सीबीआई जांच की मांग की थी।
शुरु से रूपा तिर्की के पिता ने मामले में पंकज मिश्रा को अभियुक्त बनाने की मांग की थी। लेकिन पुलिस ने लीपापोती करने का काम किया। हैरानी की बात यह है कि पीड़ित परिवार को न्याय देने के बदले मृतक रुपा तिर्की के पिता के विरुद्ध ही मामला दर्ज किया गया। इस मामले में कई बड़े अधिकारी और विधायक प्रतिनिधि शामिल हैं। अब जब इस मामले को सीबीआई को सौंप दिया गया है, तब न्याय की उम्मीद जगी है।
एचइसी का बिजली काटना संघीय ढांचा पर हमला
राज्य सरकार द्वारा एचइसी की बिजली काटे जाने पर दीपक प्रकाश ने कहा कि केन्द्र सरकार सिर्फ झारखंड का ही पैसा नहीं काट रही है, बल्कि बीजेपी प्रदेशों का भी पैसा काटा जा रहा है। एचइसी का बिजली काटा जाना संघीय ढांचे पर हमला है। राज्य सरकार के कई दफ्तर और उपक्रमों पर बिजली के पैसे बकाये हैं, लेकिन उन दफ्तरों और उपक्रमों को नोटिस नहीं भेजा जा रहा। विद्युत विभाग में बड़ा घोटाला है। राज्य सरकार विद्युत उपभोक्तों के पैसे का बंदरबांट कर रही है।
रिपोर्टर- मदन सिंह