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BOKARO: नाबालिग से गैंगरेप : जिले में शर्मसार करने वाली घटना सामने आयी है. जरिडीह की रहने वाली 9वीं की छात्रा से
तीन युवकों के द्वारा तीन महीने तक गैंगरेप किया गया. इस दौरान जब नाबालिग ने विरोध करना चाहा हो
उसके साथ मारपीट की जाती थी. पीड़ित 19 जुलाई मंगलवार को आरोपियों की चंगुल से निकल कर अपने घर पहुँची.
रविवार को आरोपियों के चंगुल से छूटने के बाद नाबालिग बोकारो महिला थाना पहुंची.
तब मामला सामने आया. इस संदर्भ में बता दें कि परिजनों ने नाबालिग की गुमशुदगी की लिखित शिकायत
जारीडीह थाने में दर्ज करायी थी. लेकिन जरीडीह पुलिस हाथ पर हाथ धरकर बैठी रही और
नाबालिग के आने का इंतजार करती रही. जब परिजन थाने गए तो बेटी को खुद खोज लेने की भी बात कही.
पुलिस ने पोक्सो एक्ट के तहत किया मामला दर्ज
पीड़िता ने आपबीती बताते हुए कि गैंगरेप के दौरान उसे बेरहमी से पीटा जाता था.
पीड़िता के बयान पर महिला पुलिस ने पोक्सो एक्ट के तहत गैंगरेप की प्राथमिकी दर्ज कर जांच शुरू किया.
इस मामले में मनोज कुमार, बिष्णु कुमार और मंतोष कुमार को आरोपी बनाया गया है.
पुलिस इस मामले में कुछ भी बोलने से बचीे नजर आ रही है.
20 अप्रैल को पीड़िता घर से कपड़ा खरीदने बहादुरपुर आई थी.
इसी दौरान जब वह कपड़ा खरीद कर घर लौट रही थी उसी दौरान मंतोष जो ऑटो लेकर गया था.
अपने तीनों साथी के साथ मिलकर ऑटो में बैठाकर उसका मुंह बांध दिया और उसे उठाकर
पिंडराजोरा थाना क्षेत्र के तेलीडीह स्थित फोरलेन में लाकर एक कमरे में बंद कर दिया.
लगातार उसके साथ तीनों ने बारी-बारी 3 महीने तक रेप किया. बताया कि जब आरोपी कमरे से बाहर निकलते थे
तो उसका मुंह बांधकर बाहर से कमरे में ताला लगा दिया जाता था.
यह लोग पीड़िता को बाहर से खाना लाकर भी खिलाने का काम करते थे.
नाबालिग से गैंगरेप : पड़ोस की महिला ने पीड़िता को बचाया
19 जुलाई को पड़ोस की रहने वाली महिला ने पीड़िता को देखा उसके बाद ताला तोड़कर उसे बाहर निकाला
और परिजनों को इसकी सूचना दी. पीड़िता के पास उसका मोबाइल भी था. लेकिन उसके मोबाइल को आरोपियों ने तोड़ डाला था.
पीड़िता और उसके परिजनों की सूचना के बाद जरीडीह थाना मौके पर पहुंची। लेकिन सिर्फ घटनास्थल का
मुआयना कर वापस लौट गई और पीड़िता के मां को कहा कि लड़की मिल गई है घर जाएं मामला दर्ज करने से कोई फायदा नहीं होगा.